
रेत तस्करों ने किया हमला (सौजन्य-नवभारत)
Wakodi Sand Smuggling: यवतमाल जिले में रेत तस्करों की दहशत बढ़ने लगी है। इस बात का ताजा उदाहरण गुरुवार को देखने को मिला। महागांव तहसील के वाकोडी (वाडी) मोरथ के नजदीक रेत तस्करों ने सीधे पुलिस अधिकारी पर जानलेवा हमला किए जाने की सनसनीखेज घटना सामने आयी।
अवैध रेत दुलाई करने वाले रेत तस्करों पर कार्रवाई करने पहुंची पुलिस की टीम पर 5 रेत तस्करों ने हमला किया। इस हमले में महागांव पुलिस थाने के एपीआई सुनील अंबुरे घायल हो गए। हालात नियंत्रण से बाहर जाता देख अंबुरे ने अपनी जान बचाने के लिए हवा में बंदूक से फायरिंग की। इस फायरिंग में एक रेती तस्कर भी घायल हुआ है।
घटना की जानकारी मिलते ही तहसीलदार अभय मस्के, थानेदार धनराज नीले, उमरखेड़ के थानेदार शंकर पांचाल, मंडल अधिकारी सचिन फटाले ने घटनास्थल पहुंचकर कड़ा बंदोबस्त तैनात किया। वहीं जिला पुलिस अधीक्षक कुमार चिता ने घटनास्थल पर भेट देकर जायजा लिया। इससे पहले भी तहसील के काली (टेंभी) परिसर में रेती माफियाओं द्वारा पटवारी गणेश मोलके पर जानलेवा हमला किया गया था।
प्रशासन की हफ्तेखोरी प्रवृत्ति से रेत माफियां बेछूट होकर लाखों रुपयों की कमाई कर रहे है। काली कमाई से हथियार खरीदकर टोली बनाकर अपराध को अंजाम दे रहे हैं, वाकोडी (वाडी) में रेती माफियाओं ने एपीआई पर प्राणघातक हमला किया, यह प्रशासन की भ्रष्टप्रणाली का नमूना है।
गुरुवार को तहसील के मोरथ वाकोडी (वाडी) परिसर में रेत तस्करों को पकड़ने के लिए गयी पुलिस की टीम पर रेत माफियाओं ने हमला किया। यह वाक्या 18 दिसंबर की सुबह 10 बजे के करीब घटित हुआ। रेती तस्करी का ट्रैक्टर पकड़ने के लिए पहुंचे एपीआई सुनील अंबुरे को रेत तस्करी में शामिल 5 आरोपियों ने कार्रवाई क्यें करते हो यह कहते हुए पकड़कर पीटना शुरू किया।
यह भी पढ़ें – 4000 करोड़ का बैंक घोटाला! चंद्रपुर में I&CI की छापेमारी से हड़कंप, 7 लाख फर्जी ट्रांजेक्शन उजागर
जिसके बाद एपीआय सुनील अंबुरे ने खुद के बचाव के लिए बंदूक से दो राउंड फायरिंग हवा में कर दी। इसमें से एक गोली आरोपी गुलाब खाजा शेख के हाथ को लगी और वह जखमी हो गया। घटना के बाद 4 आरोपी फरार हो गए। घटना के बाद परिसर में तनाव की स्थिति निर्माण हो गई। एसआरपीएफ, दंगल नियंत्रण पथक घटनास्थल पर तैनात किया गया है। वहीं दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। शेष आरोपियों को पुलिस ढूंढ रही है।
राजस्व विभाग की टीम ने 8 दिनों पहले ही परिसर से अवैध रेती का स्टॉक जब्त किया था। बावजूद इसके फिर से रेती तस्करी शुरू रहना इस घटना से स्पष्ट हुआ है। प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों पर हमला करने वाले अवैध रेत तस्करों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग नागरिकों द्वारा की जा रही है।






