
यवतमाल न्यूज
Police Patil Recruitment: आदिवासी बहुल तहसील किनवट के गावस्तर पर कानुन व्यवस्था बनाए रखने और पुलिस प्रशासन को महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करानेवाले पुलिस पाटिल पद की ओर प्रशासन बिलकुल ध्यान नहीं दे रही है। किनवट, मांडवी, इस्लापुर थाना अंतर्गत कुल 162 गांव बिना पुलिस पाटिल के कामकाज चल रहा है।
इनमें से पेसा गांव के 54 पद पर पुलिस पाटिल की नियुक्ति ही नहीं की गई। कुछ गांव में यह पद अनेक वर्षों से रिक्त है। कुछ पुलिस पाटिलों को अतिरिक्त जिम्मेदारी दे कर प्रभारी बनाया गया है। महत्व की भूमिका के रूप में पुलिस पाटिल गांव में अवैध गतिविधियों, विवादों और आपात परिस्थिति की जानकारी पुलिस तक पहुचाने का महत्वपूर्ण दायित्व निभाते हैं।
लेकिन गांवों मे अनेक पद खाली होने से प्रशासन और ग्रामस्थों के बीच संचार की कडी टूट गई है। बिना पुलिस पाटिल के कई गांवों में छोटे छोटे विवाद बढकर बड़े झगड़ों में बदल रहे हैं। पुलिस पाटिल भरती प्रक्रिया कई महीनों, वर्षो से लटकी पड़ी है। कभी आरक्षण का मुद्दा, कभी प्रशासनिक मंजूरी न मिलना, इन कारणों से भरती बार-बार स्थगित की जा रही है।
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इससे सुशिक्षित बेरोजगार युवाओं में भारी नाराजगी बढ रही है। प्रशासन ने तुरंत पुलिस पाटिलों की नियमित नियुक्ति कर बेरोजगारों को गावों में पुलिस पाटिल पद पर से सेवा मौका देने की मांग किनवट पुलिस पाटील संगठन ने किया है।
रिक्त पदों के गावों का कामकाज कुछ पुलिस पाटिलों को दिया गया। दो गावों के बीच लंबी दूरी होने पर समय पर घटना स्थल पर पहुंच पाना मुश्किल होता है। किनवट तहसील के कुल 162 गांव बिना पुलिस पाटिल और जिसमें से पेसा गांवों में 54 पुलिस पाटिल पद भी रिक्त हैं। इन पेसा गांव सूची में गोकुंदा, मांडवा, नागझरी, पिपलगांव, भिमपुर, घोगरवाडी, अंबाडी, लोणी, धामनदरी, राजगड, वडोली, मालेगाव, घोटी, कमठला, कोठारी, शनिवारपेठ, भुलजा, मदनापुर, बेंदी, दाभाडी, दरसांगवी, प्रधानसांगवी, दहेगांव, पारडीखु आदि का समावेश है।






