यवतमाल न्यूज
Yavatmal News: जुलाई से अगस्त महीनों के दौरान जिले में आए तूफानी बारिश और तेज़ हवाओं ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया। इस दौरान कुल 2,26,652 किसानों के 2,10,846 हेक्टेयर फसलें प्रभावित हुईं। नुकसान की फसल का पंचनामा तैयार कर रिपोर्ट सरकार को भेजा गया, जिसके बाद 23 सितंबर को राज्य सरकार ने 18,342.37 लाख रुपये का सहायता निधि मंजूर किया।
जल्द ही यह राशि प्रभावित किसानों के खातों में ट्रांसफर की जाएगी। जुलाई और अगस्त में जिले के कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई, जिससे सबसे अधिक नुकसान उमरखेड, पुसद और महागाव तहसील में हुआ। इन क्षेत्रों में सैकड़ों हेक्टेयर पर कपास, ज्वारी, अरहर, सोयाबीन जैसी फसलों को नुकसान पहुंचा।
जुलाई में हुई अतिवृष्टि से 1,995 किसानों की 1,221.28 हेक्टेयर फसलें प्रभावित हुईं। इसके बाद अगस्त में हुए प्रचंड नुकसान में 2,24,657 किसानों की 2,09,624 हेक्टेयर फसलें बर्बाद हुईं। इस दौरान राजस्व और कृषि विभाग ने प्रभावित फसलों का पंचनामा तैयार कर उच्च स्तर पर रिपोर्ट भेजी। 23 सितंबर को राज्य सरकार ने यवतमाल जिले के 2,10,846 हेक्टेयर प्रभावित फसलों के लिए 18,342.37 लाख रुपये की निधि मंजूर की।
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यह राशि जल्द ही भारी बारिश से प्रभावित किसानों के खातों में जारी कर दी जाएगी। अगस्त में उमरखेड, महागाव और पुसद तहसील को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। उमरखेड में 47,249 हेक्टेयर, पुसद में 39,577 हेक्टेयर, महागाव में 35,130 हेक्टेयर और दारव्हा तहसील में 32,766 हेक्टेयर फसलों को नुकसान पहुंचा।