
File Photo
पुलगांव/हिंगनघाट (सं). यूक्रेन व रशिया के बीच चल रहे युध्द की स्थिति में केंद्र सरकार ने यूक्रेन में फंसे विद्यार्थियों को वापस देश में लाने की मुहिम चलायी जा रही है़ किन्तु इस दौरान वहां फंसे विद्यार्थियों को परेशानियां उठानी पड़ रही है. जिले के समीरण व यश दोनों अपने माता-पिता के संपर्क में बने हुए है़ उनके कुछ अनुभव दोनों ने परिजनों से बयां किए.
ज्ञात हो कि जिले के हिंगनघाट का निवासी यश मोटवानी व पुलगांव का समीरण काले फिलहाल यूक्रेन में फंसे है़ भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे विद्यार्थियों को वापस देश में लाने की मुहिम शुरू कर दी है़ यूक्रेन से सीधे विद्यार्थियों को लाना असंभव है़ इसलिए सभी विद्यार्थियों को रोमानिया की सीमा तक बुलाया जा रहा है.
समीरण व यश ने परिजनों को बताया कि उन्हें बस से रोमानिया की सीमा से 15 किमी पहले उतारा गया़ अन्य छात्रों के साथ वे रोमानिया की सीमा तक पैदल जा रहे है़ं यहां काफी ठंड होने से उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ रहा है़ हजारों की संख्या में विद्यार्थी है़ वहीं एक-एक कर हवाई जहाज छोड़ा जा रहा है़ परिणामवश वे चार से पांच दिन अथवा इससे अधिक समय बाद देश में लौट सकते है. विद्यार्थियों का वीजा यूक्रेन का होने के कारण उन्हें रोमानिया में पूरी प्रक्रियां के बाद ही भीतर लिया जा रहा है.
उन्हें रोमानिया का वीजा देने के बाद प्रवेश मिल रहा है. इसके बाद एक-एक करके हवाई जहाज में भेजा जाएगा़ रोमानिया की सीमा पर पहुंचने के बाद उनका परिजनों से संपर्क टूटने की जानकारी है़ यश व समीरण दोनों इस संकट में फंसे होने के कारण अभिभावक चिंता में है़ वहीं रोमानिया व यूक्रेन के प्रशासन से विद्यार्थियों को अच्छा सहयोग मिलने की बात परिजनों से कही. फिलहाल सभी विद्यार्थी सुरक्षित बताये जा रहे है.






