अपने जीवन में अपनाए राष्ट्रप्रेम (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Wardha News: कस्तूरबा विद्या मंदिर में महात्मा गांधी और भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत दोनों महापुरुषों के चित्र पर सूतमाला अर्पित कर कर की गई। प्रास्ताविक, संचालन सोनल गुडसुंदरे ने किया। उन्होंने गांधी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों तथा लाल बहादुर शास्त्री के सादगीपूर्ण जीवन का उल्लेख करते हुए कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। पांचवीं से दसवीं तक के विद्यार्थियों ने गांधी और शास्त्री के प्रेरणादायी विचारों पर भाषण कर वातावरण को भावविभोर किया।
नम्रता लाखे ने महात्मा गांधी के जीवनशैली में समय का पालन, अनुशासन और स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डाला। रेखा नवघरे ने विद्यार्थियों को मार्गदर्शन करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता की नींव रखी। तो शास्त्री ने हरित क्रांति और जय जवान, जय किसान के नारे से देश को नई दिशा दी। अध्यक्षता प्रधानाचार्य उमेश गायकवाड ने की। उन्होंने कहा आधुनिक समय में गांधी के सत्य, अहिंसा और स्वच्छता के सिद्धांत तथा शास्त्री की सादगी, किसानों और सैनिकों के प्रति उनका प्रेम हमारे लिए मार्गदर्शक हैं।
उन्होंने कहा यदि विद्यार्थी ईमानदारी, अनुशासन और राष्ट्रप्रेम को अपने जीवन में अपनाते हैं, तो वे आदर्श नागरिक बनेंगे और यही गांधी-शास्त्री को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सफलता हेतू जयश्री झाड़े, भारती गेडाम, प्रेरणा सावल, अनिता सारवे, वैशाली वैरागड़े, विजया घोंगे, अंजली ठाकरे, प्रीति उइके, प्रीति गौरखेड़े, योगेश्री तुराले, सुनंदा कालबांडे, प्रीति पगारे, अर्चना बाबुलकर, प्रशांत मेश्राम, किरण गौरखेड़े का विशेष सहयोग रहा। आभार तृप्ती जामीनकर ने माना।
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पांचवीं की रागिनी तिवारी, छठवीं के लकी कुटवाईक, सातवीं की ईशीका वाघमारे, आठवीं की यशीका भोयर व कनक मेढ़े, नववीं के सोमांशु पगारे, मृणाली गवई तथा दसवीं की श्रेया भानसे ने महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री के जीवनकार्य पर विचार व्यक्त किए।