राज ठाकरे और उद्धव को बड़ा झटका
नासिक: उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को बड़ा झटका लगा है। दोनों पार्टियों के कई वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों ने पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। बीजेपी की तरफ से इसको लेकर अलग ही बयान है। बीजेपी ने का दावा किया है कि इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी। ये तो बस शुरुआत है, असली खेल अभी बाकी है।
दरअसल, मंगलवार को शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ पूर्व विधायक बाबनराव घोलप और नासिक के पूर्व उपनेता सुधाकर बडगुजर बीजेपी में शामिल हो गए। इसके अलावा, मनसे प्रमुख राज ठाकरे के करीबी माने जाने वाले और नाशिक के पूर्व महापौर अशोक मुर्तडक ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया।
देवेंद्र फडणवीस से की थी मुलाकात
जून के पहले सप्ताह में बडगुजर ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी। इस पर नाराजगी जताते हुए उद्धव ठाकरे ने दो दिन बाद उन्हें ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के आरोप में शिवसेना (यूबीटी) से निष्कासित कर दिया था। हालांकि, स्थानीय बीजेपी विधायक सीमा हिरे ने बडगुजर के खिलाफ एक गंभीर आपराधिक मामले का हवाला देते हुए उनके बीजेपी में शामिल किए जाने विरोध किया है।
विकास के लिए बीजेपी जॉइन
वहीं, बाबनराव घोलप ने यूबीटी में हो रहे ‘असम्मानजनक व्यवहार’ को पार्टी छोड़ने का कारण बताया। अशोक मुर्तडक ने कहा कि उन्होंने नासिक के विकास के लिए बीजेपी जॉइन करने का निर्णय लिया है, विशेष रूप से 2027 में होने वाले नासिक कुंभ को ध्यान में रखते हुए।
शिवसेना ने भी उद्धव गुट को दिया झटका
इधर, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने भी उद्धव गुट को झटका दिया है। मंगलवार को नासिक से शिवसेना (यूबीटी) के कुछ पूर्व नगरसेवकों ने शिंदे गुट ज्वाइन किया है। ये सभी नेता सुबह शिंदे गुट में शामिल हुए, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि नासिक की सियासत में बदलाव की लहर शुरू हो चुकी है।