Water Crises in Thane: बारिश का मौसम खत्म नहीं हुआ है और जलाशयों में पानी की कोई कमी नहीं, लेकिन ठाणेकरों को तीन दिन तक पानी की किल्लत झेलनी पड़ेगी। ठाणे मनपा ने साफ कर दिया है कि 7 से 9 अक्टूबर तक शहर के कई इलाकों में 10 प्रतिशत तक पानी की कटौती की जाएगी।
वजह भी तकनीकी है। पांजरापुर के पीछे स्थित मुंबई मनपा के बिजली केंद्र में बिजली मीटरों को अपडेट करने का काम चल रहा है। यही कारण है कि मुंबई मनपा ने जलापूर्ति में अस्थायी कटौती करने का निर्णय लिया है, जिसका सीधा असर ठाणे पर पड़ेगा।
मनपा प्रशासन के अनुसार, अमृत 2.0 पैकेज के तहत इंदिरानगर पंपिंग स्टेशन पर नए पंप और पानी की टंकी का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। इस दौरान मंगलवार 7 अक्टूबर सुबह 9 बजे से बुधवार सुबह 9 बजे तक यानी 24 घंटे तक जलापूर्ति पूरी तरह बंद रहेगी। इतना ही नहीं, इसके बाद दो दिन यानी 8 और 9 अक्टूबर को भी कई इलाकों में कम प्रेशर से पानी आएगा।
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पानी कटौती का असर मुख्य रूप से वागले एस्टेट और लोकमान्य सावरकर नगर प्रभाग समिति के इलाकों में दिखेगा। नौपाडा, पाचपखाडी, हजुरी, लुईसवाडी, रघुनाथ नगर, नामदेव वाडी, साईनाथ नगर, किसन नगर, शिवाजी नगर, पडवल नगर, जनता झोपडपट्टी, जय भवानी नगर और अंबेडकर नगर जैसे क्षेत्रों में नलों से पानी टपक-टपक कर आएगा या फिर बिल्कुल नहीं।
वहीं मानपाडा, कोपरी धोबी घाट और गावदेवी पानी टंकी क्षेत्र में 7 से 9 अक्टूबर तक 10 प्रतिशत पानी की कटौती लागू रहेगी। मनपा प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे पहले से ही पानी स्टोर कर लें और जरूरत के हिसाब से ही उपयोग करें।
शहर में बारिश के बीच पानी संकट की खबर ने लोगों को परेशान कर दिया है। नागरिक सवाल उठा रहे हैं कि जब जलाशयों में पर्याप्त पानी भरा है तो फिर बार-बार कटौती क्यों? हालांकि मनपा का कहना है कि यह जरूरी रखरखाव कार्य है, जो लंबे समय के लिए जलापूर्ति को स्थिर बनाएगा। लेकिन फिलहाल, ठाणेकरों को तीन दिन तक हर बूंद की कदर करनी होगी।