ठाणे\नवी मुंबई: स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 (Swachh Survekshan 2021) में नवी मुंबई (Navi Mumbai) जहां अव्वल रही है और उसे 10 से 40 लाख की आबादी वाले बड़े शहरों में देश का सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिला है तो वहीं ठाणे शहर (Thane City) को तीसरा स्थान मिला है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत, ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2021’ में नवी मुंबई (Mumbai) हमेशा की तरह महाराष्ट्र राज्य (Maharashtra State) का नंबर एक स्वच्छ शहर है।
नवी मुंबई महानगरपालिका कमिश्नर अभिजीत बांगर ने केन्द्रीय शहरी विकास और आवास मंत्री हरदीप सिंह पुरी के तत्वावधान में केन्द्रीय सचिव दुर्गाशंकर मिश्र और अन्य व्यक्तियों की उपस्थिति में पुरस्कार ग्रहण किया। इस विशेष समारोह में नवी मुंबई महानगरपालिका को तीन और महत्वपूर्ण सम्मान मिले हैं और स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत नवी मुंबई ‘सफाई मित्र सुरक्षा चुनौती’ अभियान में देश का दूसरा स्थान हासिल करने वाला शहर बन गया है, जबकि ‘अपशिष्ट मुक्त शहरों’ में भी नवी मुंबई महानगरपालिका ने अपनी ‘फाइव स्टार रेटिंग’ को बनाए रखा है। इसी तरह ओडीएफ श्रेणी में नवी मुंबई शहर को ‘वाटर प्लस’ की सर्वोच्च रेटिंग से नवाजा गया।
इस पुरस्कार वितरण समारोह के अवसर पर नवी मुंबई महानगरपालिका कमिश्नर अभिजीत बांगर, अपर आयुक्त सुजाता ढोले, उपायुक्त प्रशासन डॉ. दादासाहेब चाबुकास्वर, घन कचरा व्यवस्थापन और स्वच्छ भारत मिशन कक्ष बाबासाहेब राजले, नगर अभियंता संजय देसाई, परिमंडल-2 के उपयुक्त अमरीश पाटनीगेरे मौजूद थे। कमिश्नर अभिजीत बांगर ने यह पुरस्कार नवी मुंबई के उन नागरिकों को समर्पित किया है और कहा कि नवी मुंबईकर स्वच्छता से प्यार करते हैं।
इसी तरह भारत सरकार द्वारा वर्ष 2021 में किए गए स्वच्छ सर्वेक्षण में ठाणे शहर को देश में 14वां और राज्य में तीसरा स्थान मिला है। खास बात यह है कि शहर पिछले साल की संख्या को बरकरार रखने में सफल रहा है। स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान केंद्र सरकार के आवास एवं शहरी विकास विभाग द्वारा हर साल लागू किया जाता है। वर्ष 2021 में कचरा संग्रहण एवं परिवहन, प्रसंस्करण, सफाई, जन जागरूकता, क्षमता निर्माण एवं मानकों पर स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान चलाया गया। केंद्रीय शहरी विकास और शहरी मामलों के सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा के हाथों ठाणे महानगरपालिका के अतिरिक्त आयुक्त संदीप शंकर मालवी और घनकचरा व्यवस्थापन के उपायुक्त अशोक बुरपल्ले ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया।
ठाणे शहर में सोसायटियों में कचरा, गीला कचरा, सूखा कचरा वर्गीकरण, कचरा बीनने वालों की नियुक्ति, ई-कचरा की उचित योजना, निर्माल्य से खाद बनाना, हरित कचरे से ब्रिकेट तैयार करना, कचरा बिन मुक्त शहर आदि के बारे में जागरूकता लाने में ठाणे महानगरपालिका सफल रही। भारत सरकार ने विभिन्न मानदंडों पर देश भर के नगर निगमों का सर्वेक्षण किया था। जिसे ठाणे महानगरपालिका का घनकचरा व्यवस्थापन ने विभिन्न उपायों के कारण सभी मानदंडों को पूरा किया है। इस सर्वेक्षण में वर्ष 2020 तक ठाणे शहर देश में 57वें स्थान से 14वें स्थान पर था। इस वर्ष महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. विपिन शर्मा के मार्गदर्शन में अतिरिक्त आयुक्त संजय हेरवाड़े, उपायुक्त मनीष जोशी और घन कचरा उपायुक्त अशोक बुरपुल्ले और बालाजी हल्देकर के नेतृत्व में महानगरपालिका ने वर्ष 2021 में भी इतनी ही संख्या बरकरार रखी है, जबकि ठाणे शहर को राज्य में तीसरा स्थान मिला है। महापौर नरेश गणपत म्हस्के और महानगर कमिश्नर डॉ. विपिन शर्मा ने महानगरपालिका के घनकचरा व्यवस्थापन की मैनेजमेंट टीम को बधाई दी है।
गौरतलब है कि देश भर के 4320 शहरों ने ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2021’ में भाग लिया। इसमें ठाणे और नवी मुंबई महानगरपालिका को 10 से 40 लाख की आबादी वाले बड़े शहरों में भारत के सबसे स्वच्छ बड़े शहर के पुरस्कार से नवाजा गया। इस वर्ष ‘स्वच्छ सर्वेक्षण 2021’ में तीन सत्रों में जुलाई से अगस्त, सितंबर से नवंबर और दिसंबर से फरवरी तक तिमाही तरीके से दस्तावेजों की जांच की गई। इसके अलावा पिछले निरीक्षण में केंद्रीय स्वच्छता निरीक्षण दल द्वारा बिना किसी पूर्व विचार के दोनों महानगरपालिका क्षेत्रों के स्थलों का 3 बार निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान निरीक्षण समिति के सदस्य किसी भी नागरिक से आसानी से बातचीत कर सकते थे और शहर की सफाई पर उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त कर सकते थे। इसी प्रकार सेनिटेशन एप से किसी भी नागरिक को फोन करके उसकी शहर संबंधी प्रतिक्रियाएं रिकॉर्ड की जाती थी। जिसमें नवी मुंबई और ठाणे महानगरपालिका सफल रही।