
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Kalyan News In Hindi: बढ़ती महंगाई के दौर में वर्षों से लंबित कम वेतन की बकाया राशि का भुगतान न होने से नाराज ठेका मजदूरों का सत्र टूटता नजर आ रहा है।
इसी मुद्दे को लेकर श्रमिक जनता संघ के बैनर तले मजदूरों ने सोमवार से कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका मुख्यालय के सामने अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया है।
आंदोलन में प्रवीण ओव्हाल, शैलेश पगारे और स्वप्निल पाटिल अग्रिम पंक्ति में डटे हुए हैं। यूनियन का कहना है कि बीते एक दशक से मजदूरों को तय दर से कम वेतन दिया गया और उसका अंतर आज तक बकाया है।
इस दौरान मजदूरों ने कई बार प्रशासन का दरवाजा खटखटाया, लेकिन हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिला। श्रमिक जनता संघ के अनुसार, प्रशासन की यह उदासीनता मजदूर परिवारों की आर्थिक स्थिति पर सीधा असर डाल रही है।
यूनियन पदाधिकारियों ने बताया कि 2 जून 2025 को आयुक्त अभिनव गोयल ने यूनियन अध्यक्ष मेधा पाटकर को शीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिलाया था। इसके बाद अक्टूबर 2025 में हुए आंदोलन के दौरान भी संबंधित अधिकारियों के साथ चर्चा कर समाधान निकालने का आश्वासन दिया गया, लेकिन तय समय सीमा बीत जाने के बावजूद कोई ठोस निर्णय सामने नहीं आया।
ये भी पढ़ें :- Maharashtra: मुंबई में सुरक्षित नववर्ष पर जोर, फायर ब्रिगेड ने जारी की गाइडलाइंस
मजदूरों का आरोप है कि बार-बार की जा रही देरी से प्रशासन की नीयत पर सवाल खड़े हो रहे हैं और इससे उनका आर्थिक शोषण हो रहा है। इसी पृष्ठभूमि में 29 दिसंबर 2025 से दोबारा आंदोलन का रास्ता अपनाया गया है, जिसे बकाया राशि के भुगतान तक जारी रखने का निर्णय लिया गया है।
अनशन स्थल पर मजदूर एकजुटता का संदेश देते हुार नारेबाजी कर रहे है। यूनियन सचिव सुनील कंद और महासचिव जगदीश खैरालिया ने स्पष्ट किय कि यह संघर्ष केवल बकाया रकम का नहीं, बल्कि मजदूरों के सम्मान और अधिकारों का है और न्याय मिलने तक यह आंदोलन जारी रहेगा।






