राहुल पिंगले (pic credit; social media)
Thane Municipal Corporation: ठाणे नगर निगम पर कांग्रेस ने करारा हमला बोला है। उपायुक्त शंकर पटोले की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने मनपा प्रशासन को भ्रष्टाचार का गढ़ करार दिया है।
ठाणे शहर जिला कांग्रेस प्रवक्ता राहुल पिंगले ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप झेल रहे शंकर पटोले को नगर निगम में उपायुक्त बनाना ठाणे की जनता के साथ सीधा विश्वासघात है। उन्होंने कहा कि यह नियुक्ति राजनीतिक दबाव में की गई है और इसने मनपा की छवि पर कलंक लगा दिया है।
कांग्रेस का दावा है कि पटोले का करियर शुरू से ही विवादों में रहा है। 2004 में उप सामाजिक विकास अधिकारी के तौर पर नियुक्त हुए पटोले 2010 में सामाजिक विकास अधिकारी बने और उसके बाद बिना शासन की स्वीकृति के ही सहायक आयुक्त बना दिए गए। कांग्रेस का कहना है कि उनकी यह पदोन्नति पूरी तरह से फर्जी और अवैध थी।
राहुल पिंगले ने कहा कि 2018 से 2021 के बीच अनधिकृत निर्माण की जांच के दौरान और संवेदनशील वार्ड समितियों में प्रभार दिए जाने के बाद भी शासन ने कभी उनकी पदोन्नति को मंजूरी नहीं दी। बावजूद इसके, मनपा प्रशासन ने उन्हें ऊंचे पद पर बैठा दिया।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीएसयूपी प्रोजेक्ट में अनियमितताओं, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की शिकायतों और नागरिकों द्वारा की गई दर्जनों आपत्तियों के बावजूद किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई। यहां तक कि तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने भी लिखित शिकायत में पटोले को हटाने की मांग की थी, लेकिन राजनीतिक आशीर्वाद ने उन्हें लगातार संरक्षण दिलाया।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जब सबूतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो यह साबित करता है कि नगर निगम में भ्रष्टाचार पर राजनीतिक दबाव भारी पड़ रहा है। राहुल पिंगले ने कहा कि इस पूरे मामले ने यह साफ कर दिया है कि मनपा प्रशासन में भ्रष्टाचार गहराई तक जड़ जमा चुका है।