
अंबरनाथ तथा बदलापुर में डंपिंग की समस्या जल्द होगी हल
Ulhasnagar Waste: अंबरनाथ तथा बदलापुर नगरपालिकाओं का संयुक्त घनकचरा व्यवस्थापन प्रकल्प अगले वर्ष पूर्ण क्षमता से शुरू होने की उम्मीद है। अंबरनाथ और बदलापुर की सीमा पर स्थित वालिवली क्षेत्र में स्पेन की तर्ज पर अत्याधुनिक ‘क्लोज्ड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट’ तेजी से विकसित किया जा रहा है। कल्याण संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे के प्रयासों से 148.68 करोड़ रुपये की निधि से इस प्रकल्प का काम प्रगति पर है।
तत्कालीन नगरपालिका अध्यक्ष मनीषा अरविंद वालेकर ने 9 दिसंबर को प्रकल्प स्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि शहर से एकत्र कचरे का प्रोसेसिंग कार्य इसी केंद्र पर होगा और जल्द ही नागरिकों को डंपिंग की समस्या से राहत मिलेगी। यह प्रोजेक्ट 23 एकड़ में से 13 एकड़ भूमि पर विकसित हो रहा है और अगले वर्ष शुरू होने की संभावना है। इसके बाद शहर में कचरा निपटान की समस्या स्थायी रूप से हल हो जाएगी।
वालिवली में तैयार हो रहा यह प्रकल्प राज्य का पहला ‘जॉइंट सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट’ होगा, जिसमें प्रतिदिन लगभग 600 टन कचरे की प्रक्रिया होगी। इससे डंपिंग ग्राउंड की बदबू, धुआं और बार-बार लगने वाली आग की समस्या समाप्त हो जाएगी। मुख्य रूप से अंबरनाथ और बदलापुर से आने वाला कचरा यहां प्रोसेस किया जाएगा, जबकि आवश्यकता के अनुसार उल्हासनगर से 100–200 टन कचरा लिया जाएगा।
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यदि यह प्रकल्प सफल होता है, तो राज्य में कचरा प्रबंधन व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। पहले इस प्रोजेक्ट के दिसंबर 2024 तक शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन अब यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि जनवरी 2026 तक प्रकल्प पूर्ण क्षमता से शुरू हो जाएगा। इस निरीक्षण दौरे में पूर्व नपा अध्यक्ष मनीषा वालेकर, शिवसेना पदाधिकारी प्रमोद कुमार चौबे, शैलेश भोईर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।






