शिवसेना नेता संजय निरुपम (pic credit; social media)
Housing Jihad in Mumbai: शिवसेना उपनेता और प्रवक्ता संजय निरुपम ने मुंबई के कुछ मुस्लिम बिल्डरों पर म्हाडा एवं एसआरए के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मदद से मुंबई में ‘लैंड जिहाद’ चलाने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। सोमवार को उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नरीमन प्वाइंट स्थित कार्यालय, बालासाहब भवन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुस्लिम बिल्ड हाउसिंग जिहाद के जरिए मुंबई की डेमोग्राफी (जनसंख्या संतुलन) बदलने का प्रयास कर रहे हैं।
हिंदुओं का घर खरीद कर तथा फर्जीवाड़ा करके एसआरए के एनेक्सचर में अतिरिक्त घर अवैध तरीके से पात्र कराए जा रहे हैं और उन घरों में मुसलमानों को बसाने का काम किया जा रहा है।
संजय निरुपम ने कहा कि मेरी मांग एवं उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आदेश पर एसआरए के एडिशनल कलेक्टर ने मामले की जांच की और जांच रिपोर्ट साझा की है। उन्होंने बताया कि मुंबई के जोगेश्वरी में ओशिवारा पैराडाइस जोन में 44 स्ट्रक्चर थे, जिसे बिल्डर ने बढ़ाकर 95 कर दिया। यहां 51 अतिरिक्त स्ट्रक्चर में सिर्फ मुस्लिम लोगों को घर अलॉट करने की साजिश रची गई।
बता दें कि बिल्डर अब्दुल गनी किताबुल्लाह खान के दो बेटे हैं, जिनके नाम पर 30 घर अलॉट हुए हैं। मुसलमानों की बढ़ती संख्या के डर से कुछ हिंदुओं ने अपने घर बेच दिए, जिन्हें मुसलमानों ने खरीद लिए। इस तरह से अब पूरी बस्ती मुस्लिमों की बन गई है।
निरुपम ने आगे बताया कि ओशिवारा पैराडाइस के अलावा जोगेश्वरी में ‘श्री शंकर झोपड़पट्टी पुनर्वसन योजना’ अंतर्गत इस सोसाइटी में असल में 67 स्ट्रक्चर (झोपड़े) थे। इनमें सिर्फ 6 झोपड़े मुसलमानों के थे। सोसाइटी में पहले गणेश मंदिर था, गणपति-नवरात्र उत्सव का पंडाल था। लेकिन बाद में कुल झोपड़ों की संख्या रहस्यमयी रूप से बढ़ गई। इस पर जांच अधिकारी ने पहले जमीन पर तबेला, पतरा, शेड आदि होने का दावा किया था। लेकिन बाद में बिल्डर के इशारे पर 123 निवासी पात्र करा लिए गए। नए निर्माण में सभी अतिरिक्त फ्लैट मुस्लिम परिवार के नाम पर दिए गए हैं। मंदिर, गणपति-नवरात्र उत्सव पंडालों की जगह मदरसा दिखाया गया है।