हिंदी विरोधी मनसे पर बैन की मांग
मुंबई: प्राथमिक स्कूलों में हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में पढ़ाए जाने का राज ठाकरे और उनकी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) कड़ा विरोध कर रही है। हिंदी थोपे जाने का आरोप लगाते हुए मनसे राज्य की महायुति सरकार को कड़े आंदोलन की चेतावनी भी दे चुकी है। ऐसे में वरिष्ठ वकील गुणरत्न सदावर्ते ने राज ठाकरे और मनसे पर जोरदार हमला बोलते हुए चुनाव आयोग से मनसे पर सीधे प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
सदावर्ते ने चुनाव आयोग से मनसे पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए राज ठाकरे की कड़ी आलोचना की। सदावर्ते ने चेतावनी देते हुए कहा कि हिंदी बोलेंगे, हिंदी पढेंगे, कोई रोक सकता है तो रोक ले। इसी के साथ उन्होंने ये सवाल भी पूछा कि हिंदी भाषा सीखने में बुराई क्या है?
पहले भी दे चुके हैं चुनौती
गौरतलब हो कि सदावर्ते इससे पहले भी राज और मनसे पर शब्दों के बाण चला चुके हैं। इससे पहले हिंदी विरोध और हिंदी पुस्तकों को जलाने मनसे की धमकी के बाद सदावर्ते ने राज को सड़क छाप नेता कहते हुए चेताया था कि यदि मनसे कार्यकर्ताओं ने किताबों को जलाने का प्रयास किया तो हम राज ठाकरे को महाराष्ट्र में घूमने नहीं देंगे। उनकी चेतावनी मनसे कार्यकर्ताओं को काफी नागवार लगी थी। इसके बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने सदावर्ते को फोन पर धमकी दी थी। राज के खिलाफ बोलने से बाज आने की चेतावनी देते हुए मनसे कार्यकर्ताओं ने सदावर्ते के घर और कार पर हमला करने की धमकी दी थी।