संजय निरुपम (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि अपनी भड़ास निकालते हुए लिखा कि जब नेता अपनी पार्टी के नेताओं को घोड़ा कहने लगें और उन्हें घोड़ों की अलग-अलग प्रजातियों में वर्गीकृत करने लगें, तो अंदाजा लगाइए कि कांग्रेस में बाकी नेताओं के लिए कितना सम्मान है?
संजय निरुपम पहले कांग्रेस पार्टी कद्दावर नेता थे। वे मुंबई कांग्रेस के दो बार अध्यक्ष रहे चुके हैं। लेकिन लगातार पार्टी में हो रही अनदेखी के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया और शिवसेना में शामिल हो गए।
संजय निरुपम ने पोस्ट में आगे लिखा कि “एक समय मैं राहुल गांधी से प्यार करता था। अब सोचता हूं। समझ में नहीं आता कि उन्हें ये सब घटिया विचार कौन देता है? इस तरह की अहंकार भरी बातों से पार्टी पुनर्जीवित नहीं होगी, बल्कि और बिखर जाएगी। ऐसा लगता है कि कांग्रेस गाजा बन गई है और राहुल गांधी इजरायल। यह कांग्रेस के विनाश का संकेत है।”
जब नेता अपने पार्टी के नेताओं को घोड़ों की संज्ञा देने लगे और उन्हें घोड़ों की विभिन्न प्रजाति में वर्गीकृत करने लगे तो अनुमान लगा लीजिए कांग्रेस में बचे-खुचे नेताओं का कितना सम्मान है।
कभी मैं राहुल जी को चाहता था।
अब आश्चर्य होता है।
समझ में नहीं आता,उन्हें ये सब घटिया आइडिया…— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) June 4, 2025
इससे पहले संजय निरुपम ने जम्मू-कश्मीर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद के बयान का स्वागत किया। उन्होंने इसे एक साहसिक और दूरदर्शी कदम बताया, जिसने कश्मीर में शांति और विकास का मार्ग प्रशस्त किया है। संजय निरुपम ने कहा कि सलमान खुर्शीद के बयान में दो महत्वपूर्ण बिंदु हैं। सबसे पहले अनुच्छेद 370 को हटाना, जो ऐतिहासिक और साहसिक फैसला था।
उन्होंने कहा कि इससे जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा मिला था, लेकिन सालों से देशभर में इसे हटाने की मांग हो रही थी। उन्होंने आगे कहा कि 2019 के बाद जिस तरह से जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण चुनाव हुए और बड़ी संख्या में लोगों ने मतदान में हिस्सा लिया, वह इस बात का सबूत है कि अनुच्छेद 370 को हटाने का फैसला न सिर्फ सही था, बल्कि इसके दूरगामी सकारात्मक प्रभाव भी सामने आने लगे हैं।
सलमान खुर्शीद की सोच को व्यावहारिक और राष्ट्रहित में बताते हुए निरुपम ने कहा कि जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खुद अनुच्छेद 370 को हटाने के पक्ष में बयान देते हैं, तो यह साफ है कि अब देश की जनता और अनुभवी नेता विपक्ष की राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रहित की बात कर रहे हैं। अगर खुर्शीद जैसे नेता इस फैसले को सही ठहरा रहे हैं, तो कांग्रेस को भी आत्मचिंतन करना चाहिए।
कांग्रेस पार्टी पर जुबानी हमला करते हुए संजय निरुपम ने कहा कि आज की कांग्रेस केवल मोदी विरोध की राजनीति में लिप्त है। पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता जैसे सलमान खुर्शीद, पी चिदंबरम और आनंद शर्मा अब पार्टी की दिशा से असहमत नजर आते हैं। अगर कांग्रेस अपनी नीति और दृष्टिकोण में बदलाव नहीं लाती है तो आने वाले समय में उसका राजनीतिक अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।
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उन्होंने कहा कि आज के दौर में विपक्ष का मजबूत होना जरूरी है, लेकिन सिर्फ विरोध के लिए विरोध करना, मुद्दों के बिना राजनीति करना आत्मघाती है। देश की जनता अब सचेत हो चुकी है और वह राष्ट्रहित के खिलाफ किसी भी तरह का रुख बर्दाश्त नहीं करेगी।