राज ठाकरे नासिक दो दिवसीय दौरा ( सोर्स - सोशल मीडिया )
नासिक: सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्थानीय स्वशासन निकायों के चुनाव चार महीने के भीतर कराने के निर्देश के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे सक्रिय हो गए हैं। आगामी मनपा और जिला परिषद चुनावों की पृष्ठभूमि में राज ठाकरे नासिक के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। राज ठाकरे 15 और 16 मई को नासिक में रहेंगे और अपने प्रवास के दौरान पार्टी पदाधिकारियों से बातचीत करेंगे।
उद्धव ठाकरे और मनसे गठबंध की तैयारी
शिवसेना (ठाकरे गुट) और मनसे के बीच गठबंधन की चल रही बातचीत के बीच राज ठाकरे के नासिक दौरे ने खासा ध्यान खींचा है। नासिक को लंबे समय से मनसे का गढ़ माना जाता है। यहां के लोगों ने एक ही बार में 3 विधायकों को चुना और मनपा का नियंत्रण पार्टी को सौंप दिया। हालांकि, स्थानीय पदाधिकारियों के बीच आंतरिक संघर्ष और गुटबाजी ने पार्टी को बुरी तरह प्रभावित किया। इस अंदरूनी कलह के कारण राज ठाकरे ने नासिक को दरकिनार कर दिया था।
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विधानसभा चुनाव में करना पड़ा हार का सामना
लोकसभा चुनाव में ठाकरे ने भाजपा को बिना शर्त समर्थन दिया। लेकिन उसके बाद के विधानसभा चुनावों में मनसे ने अपने उम्मीदवार उतारे लेकिन उसे एक करारी हार का सामना करना पड़ा। लेकिन राज्य महासचिव दिनकर पाटिल, उपाध्यक्ष सलीम शेख और शहर अध्यक्ष सुदाम कोंबडे ने विभिन्न आंदोलनों के माध्यम से पार्टी को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है।
इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया है कि स्थानीय स्वशासन के चुनाव चार महीने के भीतर करवाए जाएं। इसके मद्देनजर राज ठाकरे आगामी नगरपालिका और जिला परिषद चुनावों की तैयारी में सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने नासिक से अपना अभियान शुरू किया है। गुरुवार और शुक्रवार को वे पार्टी पदाधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे और संगठन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
राजनीतिक समीकरणों में आ सकते है बदलाव
विधानसभा चुनाव में हार के बाद मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे और शिवसेना (ठाकरे गुट) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने हाथ मिलाने की इच्छा जताते हुए बयान दिए थे। नतीजतन, ठाकरे बंधुओं के साथ आने की चर्चा पिछले कुछ समय से चल रही है। दोनों दलों के नेताओं ने उनके फिर से साथ आने के विचार का स्वागत किया है और पार्टी कार्यकर्ता भी दोनों दलों को एक बार फिर साथ आते देखना चाहते हैं।
खास बात यह है कि नासिक में ठाकरे बंधुओं के फिर से साथ आने के समर्थन में बैनर देखे गए हैं। अगर दोनों दल साथ आते हैं तो इससे नासिक में राजनीतिक समीकरण काफी हद तक बदल सकते हैं। इस मामले पर राज ठाकरे की टिप्पणी की संभावना को देखते हुए उनके नासिक दौरे को काफी महत्व मिल गया है।