मेडिसिन की कीमत (सौ. सोशल मीडिया )
Pune News In Hindi: जीएसटी में नए बदलाव के चलते दवाइयां और गोलियां और भी सस्ती हो जाएंगी। इसके मद्देनजर, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने इसे लागू करने की तैयारी कर ली है, और एफडीए इस बात पर नजर रखेगा कि जिले की सभी दवा दुकानें बदली हुई दरों के अनुसार दवाएं बेच रही हैं या नहीं।
नई दरें 22 सितंबर से लागू हो गई हैं। इस कार्रवाई के दौरान लेबलिंग, बिल निरीक्षण समेत जिले के दुकानदारों की जाएगी। इसमें नए जीएसटी बदलाव की जांच की जाएगी, सिस्टम बिल की जांच की जाएगी और मूल कीमत की जांच की जाएगी। इसकी समीक्षा दो सहायक आयुक्त करेंगे। जिले में बड़ी संख्या में दवा दुकानें हैं।
साथ ही, अस्पतालों से जुड़ी दवा दुकानों पर भी खाद्य एवं औषधि प्रशासन की निगरानी है। इस बीच, नए जीएसटी के चलते सभी दवाओं की कीमत 5 प्रतिशत तक कम कर दी गई है। कीमत को हटाकर जीएसटी-मुक्त कर दिया गया है।
कुछ दुकानदार धीरे-धीरे कीमतों में जीएसटी बदलाव को लागू कर रहे हैं। एफडीए के पुणे विभाग की यह व्यापक निगरानी चुनौती भरी है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग को पुणे जिले के अलावा सातारा और सांगली जिलों की दवा दुकानों पर भी नजर रखनी होती है। इस पूरे पुणे विभाग के कार्यालय में केवल 9 अधिकारी हैं। जिनमें से हाल ही में एक अधिकारी सेवानिवृत्त भी हो गए हैं।
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संसाधनों की कमी के बावजूद, एफडीए के अधिकारियों ने अस्पतालों से जुड़ी दवा दुकानों समेत जिले की बड़ी संख्या में दवा दुकानों पर निगरानी का काम शुरू कर दिया है, ताकि उपभोक्ताओं को जीएसटी कटौती का पूरा लाभ मिल सके, एफडीए की यह कार्रवाई सुनिक्षित करेगी कि जीएसटी में कटौती का पूरा लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचे और दुकानदार मनमानी कीमतें न वसूले।