होली स्पेशल का भी एलान। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
पुणे: धनबाद से दिल्ली, मुंबई और पुणे तक ट्रेन चलाने का प्रयास चल रहा है। काफी हद तक सफलता भी मिली है। उम्मीद है इन शहरों के लिए ट्रेन चलेगी। होली से पहले ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट की मॉनिटरिंग की जा रही है। किसी रूट पर भीड़ बढ़ी तो होली स्पेशल चलेगी। ऐसी जानकारी डीआरएम कमल किशोर सिन्हा इन्होंने दी। उन्होंने कहा कि सोननगर से अंडाल के बीच मल्टी ट्रैकिंग योजना के साथ-साथ धनबाद-चंद्रपुरा वैकल्पिक मार्ग को लेकर तीसरी लाइन बिछाने का भी काम चल रहा है। इसके साथ ही प्रधानखंता से सिंदरी तक रेल मार्ग दोहरीकरण का काम शुरू हो गया है।
इस माह के अंत तक सिंदरी से सिंदरी मार्सलिंग यार्ड तक दोहरीकरण पूरा करने का लक्ष्य है। एडीआरएम ऑपरेशन विनीत कुमार, एडीआरएम इंफ्रा अमित कुमार, सीनियर डीसीएम अमरेश कुमार, सीनियर डीओएम अंजय तिवारी मौजूद थे। सोननगर से अंडाल तक मल्टी ट्रैकिंग के लिए लगभग सात-आठ लाख पेड़ काटने होंगे। कोडरमा से गया के बीच के वन क्षेत्र में रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए पेड़ों की कटाई से पहले वन विभाग ने रेलवे को सात लाख पौधे लगाने का लक्ष्य दिया है।
मल्टी ट्रैकिंग के दौरान धनबाद स्टेशन से होकर दो और नई लाइन गुजरेंगी। इससे धनबाद स्टेशन का स्वरूप बदलेगा। मुख्य भवन की शिफ्टिंग के साथ सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार होगा। मौजूदा स्टेशन रोड के स्थान पर नया वैकल्पिक मार्ग तैयार होगा। इसके लिए 300 करोड़ का आवंटन हो चुका है। रेलवे की गति शक्ति इकाई को काम करना है। इस वर्ष के अंत तक काम शुरू होने की उम्मीद है।
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धनबाद से लोकमान्य तिलक मुंबई तक प्रस्तावित ट्रेन की उम्मीद बेपटरी हो गई है। रेलवे ने धनबाद से मुंबई तक साप्ताहिक ट्रेन के बजाय धनबाद से नासिक रोड तक चलने वाली गरीब रथ स्पेशल के फेरे बढ़ाने की घोषणा कर दी है। 03397 धनबाद-नासिक रोड गरीब रथ स्पेशल अब प्रत्येक मंगलवार व शुक्रवार को चार से 28 मार्च तक चलेगी। वापसी में 03398 नासिक रोड-धनबाद गरीब रथ स्पेशल गुरुवार व रविवार को छह से 30 मार्च तक चलेगी। बढ़े हुए फेरे की तिथियों में टिकटों की बुकिंग भी शुरू हो गई है।
मंगलवार की रात चलने वाली धनबाद-नासिक रोड स्पेशल ट्रेन में 1300 से अधिक सीटें खाली हैं। इसके बाद मार्च के प्रत्येक फेरे में भी यही हाल है। इससे पहले भी जनवरी व फरवरी में ट्रेन खाली ही चल रही थी। यात्री इस ट्रेन का विस्तार मुंबई तक करने की मांग कर रहे थे। धनबाद रेल मंडल ने चार मार्च से मई तक साप्ताहिक ट्रेन के रूप में लोकमान्य तिलक तक चलाने का प्रस्ताव भी भेजा था, पर उसे स्वीकृति नहीं मिल सकी।