
पुणे मनपा (सोर्स: सोशल मीडिया)
Pune Municipal Corporation Voter List Errors: पुणे मनपा के आगामी चुनाव के लिए प्रशासन द्वारा जारी किए गए मतदाता सूची पर आपत्तियों की बारिश हो रही है। एक मतदाता सूची पर सैकड़ों सवाल खड़े हो गए है। चुनाव के दिन करीब और आपत्तियों की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि इन आपत्तियों का समाधान क्या चुनाव से पूर्व हो पाएगा। इन आपत्तियों में सबसे बड़ी आपत्ती कई लोगों के नाम एक प्रभाग (वार्ड) से दूसरे प्रभाग की सूची में शामिल करना हैं।
रविवार 30 नवंबर की शाम तक मनपा के चुनाव विभाग को 7,624 आपत्तियां प्राप्त हो चुकी थी। आपत्तियां दर्ज कराने की अंतिम तिथि 3 दिसंबर तय की गई है। एक तरफ तो अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों को आपत्तियां स्वीकार करने, उस दिशा में काम करने के आदेश दिए जा रहे हैं लेकिन दूसरी तरफ कर्मचारियों द्वारा नियमों का हवाला देकर नागरिकों को परेशान करने की शिकायतें सामने आ रही है।
ऐसे में इन आपत्तियों का कितनी ईमानदारी से निपटारा होगा, यह भी एक बड़ा सवाल है। पुणे मनपा का आगामी चुनाव 41 प्रभागों में होगा। इन प्रभागों की प्रारूप मतदाता सूची मनपा प्रशासन ने पहले ही जारी कर दी है।
पहले राज्य चुनाव आयोग ने इस मतदाता सूची पर आपत्तियां और शिकायतें दर्ज करने की समय सीमा 27 नवंबर तय की थी। लेकिन इस सूची में अनगिनत त्रुटियां मिलने के बाद और हर दिन आने वाली शिकायतों की बढ़ती संख्या को देखकर आपत्तियां दर्ज कराने की समय सीमा बढ़ाकर 3 दिसंबर कर दी गई है। राज्य चुनाव आयोग ने निर्देश दिया है कि मतदाता सूची में कोई त्रुटि न रहे। इसके लिए समय सीमा बढ़ा दी गई है। सूची में कई मतदाताओं के नाम दोहराए गए हैं।
इस तरह की भी शिकायतें हैं कि कुछ मतदाताओं के नाम न केवल आसपास के प्रभागों में बल्कि दूसरे विधानसभा, लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों की सूचियों में भी शामिल हो गए हैं। मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर त्रुटियां मिलने के बाद मनपा प्रशासन ने खुद ही सूचियों की जांच शुरू कर दी है। मनपा प्रशासन का दावा है कि मतदाता सूची का प्रभाग-वार विभाजन करते समय उपयोग किए गए कंप्यूटर सिस्टम के कारण सूचियों का विभाजन गलत तरीके से हुआ है।
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पुणे मनपा की ओर से सावरकर भवन स्थित चुनाव कार्यालय और शहर के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में आपत्तिया स्वीकार की जा रही हैं। सिंहगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय में 3,419 आपत्तिया प्राप्त हुई है जो सर्वाधिक है। वहीं भवानी पेठ क्षेत्रीय कार्यालय में सबसे कम केवल 51 आपत्तियां प्राप्त हुई हैं। जब मतदाता सूची की त्रुटियों में सुधार की जांच के लिए शिकायतकर्ता करचारी के पास जा रहे है तो वे उन्हें चौंकाने वाला जवाब दे रहे हैं।
सूची में अन्य वार्ड से आए मतदाताओं और अन्य वार्ड में गए मतदाताओं के आधार कार्ड लाकर दो, तभी सुधार किया जाएगा। इस तरह से अपनी जिम्मेदारी को मतदाताओं पर टालने का हैरान कर देने चाला मामला सामने आ रहा है।






