अजित पवार (सौजन्य-एक्स)
पुणे: महाराष्ट्र में इन दिनों कई मुद्दों को लेकर तनाव चल रहा है। राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव, ईडी के छापे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के साथ शिवसेना यूबीटी के गठबंधन पर राजनीति गरम है। इस बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने निकाय चुनाव में सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
स्थानीय निकाय चुनावों से पहले महायुति में सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा, “हर पार्टी को अपनी मर्जी से जहां भी और जितनी भी सीटों पर चुनाव लड़ने का अधिकार है। हर पार्टी अपनी मांग रख सकती है। जब वास्तविक चुनाव नामांकन शुरू होंगे, तब महायुति के तहत तीनों पार्टियों के नेता एक साथ बैठेंगे और सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर चर्चा करेंगे। मैं उस समय ऐसे सवालों का जवाब दूंगा। इस पर अभी बोलने की कोई जरूरत नहीं है।”
कथित मीठी नदी घोटाले के सिलसिले में ईडी की छापेमारी पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा, “जिन एजेंसियों का गठन किया गया है और उन्हें स्वायत्तता दी गई है – चाहे वह आयकर हो, सीबीआई हो, सीआईडी हो, पुलिस हो या एसीबी हो – उन्हें जांच करने का अधिकार है। अगर इस मामले में कुछ भी गलत पाया जाता है, तो निश्चित रूप से आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
मनसे नेता अमित ठाकरे के कथित बयान और मनसे और शिवसेना यूबीटी के बीच संभावित गठबंधन की अटकलों पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, “राज ठाकरे मनसे के प्रमुख हैं और उद्धव ठाकरे शिवसेना यूबीटी के प्रमुख हैं। वे जो भी निर्णय लेते हैं वह उनका विशेषाधिकार है। इस पर आप और मेरे बीच चर्चा का क्या मतलब है?”
इससे पहले राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे दोनों ही पार्टी गठबंधन के मामले में अपनी उत्सुकता दिखा रही है। लेकिन अभी तक किसी ने पहल नहीं की है। दोनों पार्टी के गठबंधन को लेकर आदित्य ठाकरे और अमित ठाकरे भी अपनी सहमति जता चुके है। गठबंधन की अटकलों के बीच कहा जा रहा है कि यह गठबंधन निकाय चुनाव में समीकरण बदल सकता है। हालांकि, उनके मिलन की चर्चाओं में भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि दोनों के मिलन से भी स्थानीय निकाय चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा।