
पुणे न्यूज (सौ. डिजाइन फोटो )
Kothrud Cheating Case: कोथरूड इलाके में एक कंप्यूटर इंजीनियर और उनकी पत्नी को उनकी बेटी की लाइलाज बीमारी को ठीक करने का झांसा देकर एक ढ़ोंगी तांत्रिक दंपति द्वारा 14 करोड़ 39 लाख की ठगी के मामले में नया मोड़ आ गया है।
इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने कोर्ट में यह गारंटी दी है कि अगर उन्हें अंतरिम जमानत मिलती है तो वे एक महीने के भीतर पीड़ित दंपति को पूरी रकम लौटा देंगे। कोर्ट में दी गई इस गारंटी से पीड़ित कंप्यूटर इंजीनियर और उनकी पत्नी को बड़ी राहत मिली है।
इस मामले में पुलिस ने वेदिका कुणाल पंढरपुरकर, कुणाल वैजनाथ पंढरपुरकर और दोषक जनार्दन खडके (65, वडिवरे, नाशिक) को गिरफ्तार किया है। इनके अलावा आरोपी वेदिका की मां और भाई के खिलाफ भी कोथरूड पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपियों ने ठगी की गई रकम से प्रॉपर्टी और वाहन खरीदे थे।
पुलिस ने जांच के दौरान आरोपियों के 39 बैंक खातों में से 13 खातों की जानकारी प्राप्त की है और खाले में जमा की गई स्कम से संबंधित सबूत भी जुटाए है। आरोपियों के घर की तलाशी में 54 लाख नकद जब्त किए गए, आरोपियों ने पीड़ित दंपति के साथ-साथ कुछ अन्य लोगों से भी सोने के गहने लिए थे और इनमें से कुछ गहने साहूकारी के पास गिरवी रखकर 60 लाख का कर्ज लिया था।
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आरोपियों के वकीलों ने कोर्ट के सामने लिखित गारंटी दी कि आरोपी शिकायतकर्ता कंप्यूटर इंजीनियर से समय-समय पर ली गई पूरी 14 करोड़ 39 लाख की राशि लौटा देंगे, गारंटी पत्र में कहा गया है कि अंतरिम जमानत मंजूर होने के बाद या राशि वापस कर दी जाएगी।






