उपमुख्यमंत्री अजित पवार (सौ. सोशल मीडिया )
Pimpri Chinchwad News In Hindi: पिंपरी-चिंचवड़ महापालिका चुनाव को देखते हुए उप मुख्यमंत्री अजीत पवार पिछले कुछ समय से शहर में ज्यादा सक्रिय हो गए हैं। उनकी सक्रियता बढ़ने से भारतीय जनता पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी होने लगी हैं।
पिछले महीने भर में अजीत पवार 3 से 4 बार पिंपरी-चिंचवड़ शहर का दौरा कर चुके हैं। इसी क्रम में वे सोमवार को पिपरी-चिंचवड़ पहुंचे थे, जहां उन्होंने मनपा आयुक्त और तमाम अधिकारियों के साथ विकास कार्यों को लेकर बैठक कर चर्चा की। वहीं दूसरी तरफ बाढ़ नियंत्रण सहित तमाम विकास कार्यों को लेकर भी पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका को आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए है।
पिछले हफ्ते अजीत पवार शहर में जनसंवाद कार्यक्रम के जरिए सीधे नागरिकों की समस्याएं सुनकर समाधान निकालने के लिए आए थे। उसके अगले ही दिन उन्होंने राष्ट्रवादी परिवार मिलन कार्यक्रम में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से संवाद साधा। इसके तुरंत बाद अब वे सीधे महानगरपालिका में पहुंचे और मनपा आयुक्त शेखर सिंह व अधिकारियों के साथ बैठक की है।
महापालिका की सत्ता से राष्ट्रवादी कांग्रेस को बाहर होना पड़ा था। शहर का सर्वांगीण विकास करने के बावजूद कथित भ्रष्टाचार के आरोपों से पार्टी को सत्ता गंवानी पड़ी थी। अब एक बार फिर महापालिका पर एनसीपी का झंडा लहराने के लिए खुद अजीत पवार मैदान में उत्तर गए हैं।
एनसीपी के पूर्व नगरसेवक और पदाधिकारियों की शिकायत थी कि राज्य में सत्ता में रहते हुए कभी महापालिका आयुक्त भाजपा विधायकों के इशारे पर काम कर रहे हैं और उनकी कोई भी योजनाएं पूरी नहीं हो रही हैं। इसी वजह से अजीत पवार ने खुद सुबह 7 बजे महापालिका पहुंचकर आयुक्त और अधिकारियों के साथ बैठक की तथा अटके हुए कार्यों पर चर्चा की। अब अजीत पवार की इस बैठक का राष्ट्रवादी कांग्रेस को चुनाव में कितना फायदा होगा। यह तो आने वाले चुनाव नतीजों से ही साफ होगा। लेकिन फिलहाल अजीत पवार ने भाजपा का सिरददर्दी बढ़ा दिया है। ऐसे में आने वाले दिनों में राष्ट्रवादी बनाम भाजपा का तीव संघर्ष देखने को मिलेगा, इसमें कोई संदेह नहीं है।
राज्य के उप मुख्यमंत्री और पुणे जिले के पालक मंत्री अजीत पवार ने पुणे महानगरपालिका और पिपरी-चिववड महानगरपालिका को निर्देश दिया है कि वे नदी सुधार परियोजना को समन्वय से लागू करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस परियोजना को लागू करते समय, मुला और मुठा नदियों पर बरसात में उत्पन्न होने वाली समस्याओं, नदी की स्वच्छता, जलप्रवाह की बाधाओं को दूर करने और बाढ़ की स्थिति की नियंत्रित करने की दृष्टि से तत्काल उपाय किए जाए।
ये भी पढ़ें :- Pune: 126वें दीक्षांत समारोह में पाटिल ने कहा – प्राध्यापकों की भर्ती एक महीने में पूरी होगी
बैठक में प्रजेंटेशन के जरिए मुला नदी पर लागू की जाने वाली नदी सुधार परियोजना का इष्ट पेश किया गया, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने निर्देश दिया कि इस ड्राफ्ट को लागू करते समय जल संसाधन विभाग के सुझावों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि परियोजना की योजना बनाते समय बदलते वातावरण, नदियों में आने वाली बाढ़, नदी पात्र की चौड़ाई और घाटमाथा तथा शहर क्षेत्र में होने वाली बारिश के आंकड़े जैसी सभी बातों को ध्यान रखा गया है।