नासिक में हरियाणा की आईपीएस स्मिती चौधरी का असामयिक निधन (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नासिक: शनिवार की सुबह महाराष्ट्र पुलिस विभाग के लिए एक बेहद दुखद समाचार लेकर आई। हरियाणा की मूल निवासी और 2018 बैच की युवा आईपीएस अधिकारी स्मिती चौधरी का नासिक में अचानक निधन हो गया। इस खबर ने पुलिस महकमे और प्रशासनिक हलकों में गहरा शोक पैदा कर दिया है। एक होनहार और ईमानदार अधिकारी के असमय निधन ने सभी को स्तब्ध कर दिया। शनिवार सुबह वे अपने सरकारी आवास में अचेत अवस्था में पाई गईं। परिवार और सहयोगी अधिकारी तुरंत उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
स्मिती चौधरी नासिक ग्रामीण क्षेत्र में सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के पद पर कार्यरत थीं। वे अपने पति के साथ नासिक में ही रह रही थीं। उनके पति महाराष्ट्र पुलिस सेवा में अधिकारी हैं और उनकी भी तैनाती नासिक में ही है। दोनों अधिकारी अपने कर्तव्यों के प्रति बेहद समर्पित माने जाते थे और पुलिस सेवा में प्रतिष्ठा रखते थे।
शनिवार सुबह सरकारी क्वार्टर में अचेत अवस्था में मिलीं। परिवार और सहकर्मियों ने अस्पताल पहुंचाया लेकीन डॉक्टरों ने मृत घोषित किया। अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मृत्यु का कारण स्पष्ट होगा । पुलिस के अनुसार, मृत्यु के वास्तविक कारण की पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही की जा सकेगी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह दिल का दौरा पड़ने का मामला हो सकता है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना संदिग्ध नहीं प्रतीत होती, फिर भी सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है और पूरी जांच की जा रही है। इस दुखद समाचार के बाद नासिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी और सहकर्मी उनके सरकारी आवास और अस्पताल पहुंचे। उन्होंने परिवार को सांत्वना दी और हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया।
स्मिती चौधरी को एक ईमानदार, अनुशासित और संवेदनशील अधिकारी के रूप में जाना जाता था। वे ग्रामीण पुलिसिंग, महिला सुरक्षा और अपराध रोकथाम के काम में विशेष रुचि रखती थीं और जनता से जुड़े मामलों में संवेदनशीलता से काम करती थीं। उनके सहकर्मी बताते हैं कि वे अपने कर्तव्यों के प्रति बेहद गंभीर और समर्पित थीं और हमेशा टीमवर्क और जनता के विश्वास को प्राथमिकता देती थीं।
नासिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने बहुत कम समय में विभाग में अपनी अलग पहचान बनाई थी। वे एक होनहार अधिकारी थीं जिनसे भविष्य में और भी बड़े योगदान की उम्मीद की जा रही थी। उनका असमय जाना पूरे विभाग के लिए अपूरणीय क्षति है।
हमने एक ईमानदार और कर्मठ अधिकारी को खो दिया। बहुत कम उम्र में इतनी होनहार अफसर का जाना बेहद दुखद। परिवार को यह असहनीय आघात सहने की शक्ति मिले। उनके निधन की खबर हरियाणा स्थित उनके पैतृक गांव तक भी पहुंच गई है, जहां शोक का माहौल है। उनके परिजन नासिक पहुंच चुके हैं।
प्रशासन की ओर से उनके पार्थिव शरीर को पोस्टमॉर्टम के बाद हरियाणा ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके पति के लिए यह एक निजी और अत्यंत भावनात्मक त्रासदी है। पुलिस विभाग के अधिकारी और कर्मचारी उनके पति और परिवार को हरसंभव सहारा देने की कोशिश कर रहे हैं।
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इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़े रहें। कर्मचारियों के स्वास्थ्य और मानसिक तनाव पर विशेष ध्यान दें। ऐसे होनहार अधिकारियों की याद हमेशा प्रेरणा बने। यह दुखद घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि पुलिस अधिकारियों की सेवा सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं है। उन्हें लगातार तनाव, जिम्मेदारी और अनिश्चितताओं के बीच काम करना पड़ता है।
उनके स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति का ख्याल रखना उतना ही जरूरी है जितना उनकी कार्यक्षमता। नासिक पुलिस विभाग ने कहा है कि स्मिती चौधरी का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा और उनके परिवार को इस असहनीय दुख की घड़ी में हरसंभव सहायता दी जाएगी। उनके असामयिक निधन ने यह भी याद दिलाया है कि हमारे सुरक्षा बलों में सेवा देने वाले अधिकारी भी हमारे परिवार का ही हिस्सा हैं और हमें उनके त्याग और सेवा का हमेशा सम्मान करना चाहिए।