नाशिक न्यूज (सौ. डिजाइन फोटो )
Nashik News: बागलाण तहसील के ठेंगोडा गांव में शनिवार को घटी एक हृदयविदारक घटना ने पूरे इलाके को अश्रुपूर्ण कर दिया। 10 वर्षीय बच्ची अचानक बिजली के तार की चपेट में आ गई और करंट के तीव्र झटके से तड़पने लगी। मदद के लिए उसके मुंह से आवाज तक नहीं निकल पा रही थी। तभी वहां मौजूद 32 वर्षीय गूंगी बहरी महिला सविता केदा पवार उर्फ सोनाली (निवासी नवेगांव, बागलाण) ने अपनी जान की परवाह न करते हुए बच्ची को बचाने के लिए दौड़ लगाई।
सविता कुछ दिनों पहले मायके ठेंगोडा में अपने माता-पिता से मिलने आई थीं। शनिवार सुबह अचानक घर के पास खेल रही बच्ची को बगल में लटक रहे तार से जोरदार करंट लगा। मदद के लिए बच्ची चीख भी नहीं सकी। सविता जन्मजात गूंगी बहरी थीं, इसलिए वे भी किसी को आवाज नहीं दे सकीं, लेकिन अपनी आंखों के सामने बच्ची को तड़पते देख उन्होंने क्षणभर भी विलंब न करते हुए उसे बिजली की चपेट से अलग किया। बच्ची की जान तो बच गई, लेकिन सविता खुद करंट की चपेट में आकर वहीं ढेर हो गईं।
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इस घटना से ठेंगोडा और नवेगांव क्षेत्र में शोक की लहर पसर गई। सविता के परिवार में पति, 2 छोटे बच्चे और सास-ससुर हैं। घटना की जानकारी मिलने पर सटाणा पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया। निस्वार्थ साहस दिखाते हुए सविता ने अपने प्राणों की आहुति देकर मानवता का धर्म निभाया। उनके बलिदान से एक मासूम बच्ची की जान बच गई। अब पूरे क्षेत्र में चर्चा है कि सविता का यह त्याग समाज के लिए हमेशा प्रेरणा बना रहेगा।