
संजय राउत का भाजपा पर तीखा हमला (सौजन्य: सोशल मीडिया)
BJP Nashik politics: शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट के सांसद संजय राउत ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जो लोग उनकी पार्टी या महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) को छोड़कर दूसरी पार्टियों में जा रहे हैं, वे “आवारा” हैं। राउत ने कहा कि भाजपा नेता गिरीश महाजन खुद को बाहुबली समझते हैं, लेकिन उन्हें भी नगर निगम चुनावों में हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि महाजन की पत्नी चुनाव जीत गईं, लेकिन उन्हें अन्य कारणों से हार झेलनी पड़ी।
राउत ने भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बताते हुए कटाक्ष किया कि गौतम अडानी भी भाजपा से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि अन्य दलों के विधायकों, सांसदों और नेताओं को अपनी पार्टी में लाना “अमीर भिखारी” की मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने सवाल उठाया कि बेशर्म कौन है। वह जो वहां जा रहा है या वह जो दूसरों को अपने यहां ले रहा है।
गौरतलब है कि बुधवार को मुंबई में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मनसे-शिवसेना (उबाठा) गठबंधन की घोषणा की थी। इसके ठीक अगले दिन भाजपा को बड़ा राजनीतिक फायदा मिला, जब मनसे के नाशिक क्षेत्रीय महासचिव दिनकर पाटिल भाजपा में शामिल हो गए। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय राउत ने भाजपा की तीखी आलोचना की।
भाजपा में इन प्रवेशों को लेकर नाशिक में अंदरूनी असंतोष भी सामने आया है। भाजपा विधायक देवयानी फरांदे ने इस दल-प्रवेश का अप्रत्यक्ष विरोध करते हुए कार्यक्रम में अनुपस्थिति दर्ज कराई। हालांकि, यह प्रवेश कार्यक्रम मंत्री गिरीश महाजन की मौजूदगी में हुआ। कार्यक्रम के दौरान भाजपा कार्यालय के बाहर कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल भी देखने को मिला।
इस बीच, गिरीश महाजन ने कहा कि दिनकर पाटिल समेत मनसे, कांग्रेस और शिवसेना (उबाठा) के कई पदाधिकारी भाजपा में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि पार्टी में अब कोई भी बड़ा नेता बाहर नहीं बचा है और आगामी मनपा चुनावों में भाजपा के पार्षदों की संख्या 100 से अधिक होगी।
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देवयानी फरांदे ने बाद में सफाई देते हुए कहा कि वह नाराज नहीं हैं, लेकिन प्रतिक्रिया के दौरान उनकी आंखों से आंसू छलकते देखे गए। आगामी नगर निगम चुनावों से पहले नाशिक की राजनीति में यह घटनाक्रम सियासी हलचल को और तेज करता नजर आ रहा है।






