पिंपलगांव : मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग (Mumbai-Agra National Highway) संख्या 3 पर टोल प्लाजा (Toll Plaza) के निर्माण के समय टोल प्लाजा के बारे में आधिकारिक जानकारी लगाई गई है। देखते समय चालक भ्रमित हुए बिना निश्चित रूप से नहीं रहता है। पिंपलगांव टोल प्लाजा (Pimpalgaon Toll Plaza) जुआ घरों, मोटर चालकों की गैंगस्टर बाद, महिला यात्रियों के हमले और कई अन्य घटनाओं का केंद्र है।
इस सवाल का सामना आम जनता कर रही है। समय के साथ यह तस्वीर टोल प्रशासन के अधिकारी या कर्मचारियों की मेहरबानी के कारण पूर्ववत हो गई है। अब यह शोध का विषय बन गया है। क्या इसके लिए जनता के आंदोलन का इंतजार नहीं कर रहा प्रशासन ? टोल प्लाजा बनने के बाद हाईवे के टोल प्लाजा क्षेत्र में यात्रा करने वाले वाहन चालकों के लिए दो तरफा दिशा-निर्देशों और साथ-साथ आपात स्थिति में जरूरी चीजों की जानकारी की पूरी तरह से अनदेखी की जाती है। उन्होंने होर्डिंग क्यों लगाए ? ऐसा सवाल आम नागरिकों के मन में उठता है।
[blockquote content=”लाखों रुपए की लागत से टोल प्लाजा पर सूचना बोर्ड लगाए गए हैं। ट्रांसपोर्टरों के लिए महत्वपूर्ण सूचना जारी की गई है। कानून द्वारा ऐसी जानकारी देना अनिवार्य है। फिर भी, एक का मालिक होना अभी भी औसत व्यक्ति की पहुंच से बाहर है। ” pic=”” name=”- योगेश घोडके, अंगूर उत्पादक, पिंपलगांव”]
इसी तरह पिंपलगांव बाइपास रोड पर भी कई फल विक्रेता अपनी गाड़ियां सड़क के किनारे शिफ्ट करते नजर आते हैं। इसलिए पिंपलगांव को बाईपास रोड अक्सर नहीं मिलती। क्या टोल प्रशासन समस्याओं पर ध्यान देगा ? यह सवाल आम आदमी के सामने है।
[blockquote content=”पिंपलगांव में मुंबई-आगरा हाईवे पर टोल के संबंध में सूचना बोर्डों की स्थिति दयनीय है। एक दो दिन में टोल प्लाजा की सफाई नहीं हुई तो, हम मनसे अंदाज में आंदोलन करेंगे। ” pic=”” name=”- संजय मोरे, निफाड तालुका अध्यक्ष, मनसे”]