
प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया )
Nashik Municipal Election: नासिक महानगरपालिका चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का सोमवार का दिन बेहद गहमागहमी भरा रहा। शहर के 10 केंद्रों पर सुबह से ही उम्मीदवारों और उनके समर्थकों की भारी भीड़ देखी गई।
मंगलवार को नामांकन का अंतिम दिन होने के कारण कोई भी दावेदार रिस्क लेने के मूड में नहीं दिखा, जिसके चलते बड़ी संख्या में आवेदन जमा किए गए, हालांकि, सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि किसी भी बड़े राजनीतिक दल ने अब तक अपने आधिकारिक ‘एबी फॉर्म’ जारी नहीं किए हैं।
राजनीतिक दलों द्वारा आधिकारिक सूची और एबी फॉर्म रोकने की वजह से इच्छुक उम्मीदवारों में तनाव और बेचैनी साफ देखी गई। टिकट कटने की आशंका और पार्टी की ओर से स्पष्ट संकेत न मिलने के कारण कई कद्दावर नेताओं ने एहतियातन निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है।
पार्टी स्तर पर चल रहे मंथन और ‘वेट एंड वॉच’ की स्थिति ने कई स्थानीय नेताओं को नाराज कर दिया है, जिससे बगावत की चिंगारी सुलगती नजर आ रही है। मनपा की 122 सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया दोपहर के बाद और तेज हो गई। नासिक मनपा के मेन रोड स्थित पुरानी इमारत के पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
संवेदनशील प्रभाग होने के कारण पूरे इलाके को बैरिके लगाकर सौल कर दिया गया था। प्रशासन द्वारा शक्ति प्रदर्शन पर रोक के बावजूद, कई स्थानों पर उम्मीदवारों ने बाइक रैलियां और जुलूस निकालकर अपनी ताकत दिखाई।
मंगलवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बगावत को टालने के लिए पार्टियां बिल्कुल आखिरी समय में अपने आधिकारिक उम्मीदवारों को फॉर्म सौंपेगी।
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ऐसे में नामांकन केंद्रों पर भारी भीड़ और नाटकीय घटनाक्रम होने की पूरी संभावना है। प्रशासन ने भीड़ को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती और बढ़ा दी है।
31 दिसंबर नामांकन पत्रों की जांच (स्कूटनी) की जाएगी,
02 जनवरीः नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि,
03 जनवरीः उम्मीदवारों को चुनाव विहनों का आवंटन।
इसके बाद ही नासिक महानगरपालिका चुनाव का चुनावी रण सही मायनों में शुरू होगा और उम्मीदवारों की अंतिम तस्वीर साफ होगी।






