
प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया )
Nashik Municipal Council Elections News: नासिक जिले की राजनीति की दिशा तय करने वाला आज का दिन बेहद निर्णायक है। मनमाड, सिन्नर और येवला समेत कुल 11 नगरपरिषदों के चुनाव परिणाम आज घोषित किए जा रहे हैं। इन नतीजों से न केवल 11 नगराध्यक्षों और 264 नगरसेवकों का फैसला होगा, बल्कि यह भी साफ हो जाएगा कि जिले के ग्रामीण और शहरी इलाकों में किस राजनीतिक दल का वर्चस्व कायम है।
इन नगरपरिषदों के लिए मुख्य रूप से 2 दिसंबर को मतदान हुआ था। विवादों और कानूनी अड़चनों के कारण कुछ जगहों पर प्रक्रिया रुक गई थी, जिसके चलते शनिवार (20 दिसंबर) को दोबारा मतदान कराया गया। अब सभी 11 निकायों के नतीजे एक साथ आ रहे हैं, जिससे पूरे जिले में राजनीतिक सरगर्मी चरम पर है।
जिन प्रमुख नगरपरिषदों के भाग्य का फैसला आज होगा, उनमें शामिल हैं
| क्रमांक | प्रमुख नगरपरिषद |
|---|---|
| 1 | मनमाड |
| 2 | सिन्नर |
| 3 | येवला |
| 4 | पिंपलगांव बसवंत |
| 5 | ओझर |
| 6 | इगतपुरी |
| 7 | नांदगांव |
| 8 | भगूर |
| 9 | त्र्यंबकेश्वर |
| 10 | सटाणा |
| 11 | चांदवड |
दिलचस्प बात यह है कि इन सभी 11 क्षेत्रों के मौजूदा विधायक ‘महायुति’ गठबंधन से हैं। इनमें अजित पवार गुट (NCP) के 5, भाजपा के 2 और शिंदे गुट (शिवसेना) के 1 विधायक शामिल हैं। गठबंधन होने के बावजूद कई जगहों पर इन दलों ने एक-दूसरे के खिलाफ स्थानीय स्तर पर उम्मीदवार उतारे हैं। राजनीतिक जानकार इन नतीजों को आगामी बड़े चुनावों का ‘सेमीफाइनल’ मान रहे हैं।
महाविकास आघाड़ी (ठाकरे गुट, शरद पवार गुट और कांग्रेस) ने इस बार अलग राह चुनते हुए स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा है। जहां ठाकरे गुट कुछ इलाकों में मजबूत दिख रहा है, वहीं कई जगहों पर निर्दलीय उम्मीदवार भी बड़े उलटफेर के संकेत दे रहे हैं। शनिवार को सिन्नर, चांदवड और ओझर की कुछ सीटों पर हुए मतदान के परिणाम भी आज ही आएंगे, जो सत्ता के संतुलन को बिगाड़ या बना सकते हैं।
मुकाबलाः नगराध्यक्ष पद के लिए 4 दिग्गज उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि 17 वार्डों के 70 कॉर्पोरटर उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी है। इगतपुरी में 2 दिसंबर को मतदान हुआ था, लेकिन कानूनी पचड़ों के कारण 18 दिनों बाद आज नतीजे आ रहे हैं। प्रशासन ने गवर्नमेंट टेक्निकल स्कूल में 10 टेबल लगाए हैं। यहां सत्ता पक्ष (महायुति) और विपक्ष (महाविकास आघाड़ी) के बीच मुकाबला बेहद कड़ा है।
मुकाबलाः सिन्नर में विधायक माणिकराव कोकाटे और स्थानीय विपक्षी गठबंधन के बीच कड़ा संघर्ष है। सिन्नर की कुछ सीटों पर शनिवार (20 दिसंबर) को ही मतदान संपन्न हुआ है, इसलिए आज के नतीजों में उन ताज़ा वोटों का असर साफ दिखेगा। कोकाटे के लिए यह चुनाव इसलिए भी अहम है क्योंकि वह महायुति के प्रमुख चेहरों में से एक हैं और यहां की जीत उनके भविष्य की राजनीति का रास्ता साफ करेगी।
पिंपलगांव बसवंतः ‘बनकर’ और ‘मोरे’ के बीच वर्चस्व की जंग, यहां राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) के विधायक दिलीप बनकर और भाजपा के कद्दावर नेता सतीश मोरे के बीच सीधा मुकाबला है।
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पिंपलगांव बसवंत में यह पहला ऐतिहासिक चुनाव है, जहां पहली बार नगरपरिषद के रूप में मतदान हुआ है। विधायक बनकर के लिए यह चुनाव उनकी क्षेत्रीय पकड़ का लिटमस टेस्ट है, वहीं सतीश मोरे अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन वापस पाने के लिए जोर लगा रहे हैं।
पुलिस ने इन तीनों ही केंद्रों पर SRPF की टुकड़ियां तैनात की हैं। किसी भी तरह के विजय जुलूस या हारने वाले उम्मीदवार के घर के बाहर प्रदर्शन पर पुलिस ने सख्त पाबंदी लगाई है।






