
हरिहर किला (सौ. सोशल मीडिया )
Harihar Fort Trakking: अगर आप ट्रेकिंग के लिए पुणे-मुंबई जाने की सोच रहे हैं लेकिन आपका बजट कम है, तो चिंता न करें, आप नासिक के पास हरिहर फोर्ट का चयन कर सकते हैं, वो भी कम बजट में।
इस फोर्ट तक पहुंचने का रास्ता क्या है और इस फोर्ट में क्या खास है इसे जानना भी आवश्यक है हरिहर फोर्ट नासिक जिले में सह्याद्री पर्वत श्रृंखला में स्थित है। यह किला इतिहास के शौकीनों और एडवेंचर पसंद करने वालों, दोनों को आकर्षित करता है।
क्योंकि इसकी बनावट तिकोनी है और यह एक ऊंची चट्टान पर बना है, इसलिए इसे अजेय माना जाता है। पिछले कुछ समय से यह फोर्ट ट्रेकिंग स्पॉट के रूप में उभर कर सामने आया है। हरिहर फोर्ट की एक बड़ी खासियत चट्टान में बनी 117 सीढ़ियों वाली सीढ़ियां हैं, जिनसे कोई भी किले के ऊपर तक पहुंच सकता है।
किला एक मुश्किल जगह पर स्थित है, ट्रेक थोड़ा मुश्किल है, लेकिन अनुभव बहुत रोमांचक है। किला छत्रपति शिवाजी महाराज के समय से ही महत्वपूर्ण माना जाता है। किला गोंडा घाट से गुजरने वाले रूट पर नज़र रखने के लिए बनाया गया था।
नासिक शहर से दूरी लगभग 40-45 किलोमीटर ट्रांसपोर्ट: बस, कार या मोटरबाइक से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
ट्रेक की शुरुआत: ट्रेकिंग गांव के पास की तलहटी से शुरू होती है, रास्ता आसान है लेकिन कुछ जगहों पर मुश्किल है।
त्र्यंबक रेंज में मौजूद इस किले को कुछ जगहों पर ‘हरिहरगढ़’ या ‘हर्षगढ़’ के नाम से भी जाना जाता है। इन नामों की वजह से, इस किले का जिक्र लोकल लोगों और ऐतिहासिक डॉक्यूमेंट्स में मिलता है।
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हरिहर किला ट्रेकर्स के लिए एक बेहतरीन लेकिन थोड़ी मुश्किल जगह है। 117 सीढ़ियों वाली सीढ़िया, ऊंचे पहाड़ों की रेंज और सुंदर नजारे ट्रेकर्स को बहुत पसंद आते हैं, यह किला सर्दियों में ट्रेकिंग के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।






