राहुल धोत्रे का हुआ अंतिम संस्कार
Nasik News: नांदूरनाका के पास जनार्दन नगर में उद्धव निमसे गुट द्वारा किए गए हमले में मारे गए राहुल धोत्रे का शनिवार 30 अगस्त को अंतिम संस्कार किया गया। इस हत्या की जांच अब एक विशेष जांच दल (SIT) करेगा। पुलिस कमिश्नर संदीप कर्णिक ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
धोत्रे गुट को उनकी 5 मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन मिला है। मंडल 1 की पुलिस उपायुक्त मोनिका राउत ने शनिवार सुबह जिला अस्पताल में धोत्रे के परिवार और रिश्तेदारों से मुलाकात कर उन्हें शांत किया। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की भी जांच की जाएगी, जिसके बाद पिछले आठ दिनों से नांदूरनाका में बना तनावपूर्ण माहौल अब शांत हो गया है।
छत्रपति संभाजी नगर रोड पर नांदूरनाका में पोला त्योहार 22 अगस्त के दिन निमसे गुट ने धोत्रे गुट पर जानलेवा हमला किया था, जिसमें राहुल संजय धोत्रे गंभीर रूप से घायल हो गया था। शुक्रवार 29 अगस्त को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। चर्चा है कि एक गुट द्वारा चुनाव में मदद न करने से दोनों गुटों के बीच मनमुटाव बढ़ गया था। राहुल की हत्या के विरोध में, उसके परिवार और दोस्तों ने निमसे की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव लेने से इनकार कर दिया था, जिसके कारण 22 घंटे तक शव जिला अस्पताल में ही रखा रहा।
इन-कैमरा पोस्टमॉर्टम के बाद, धोत्रे गुट, वंचित बहुजन अघाड़ी और एडवोकेट सुरेश आव्हाड ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर निमसे की गिरफ्तारी, जांच में लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई और जांच को किसी दूसरे अधिकारी को सौंपने की मांग की थी। शाम तक कोई कार्रवाई न होने पर शव शवगृह में ही पड़ा रहा। आखिरकार, शुक्रवार रात को पुलिस कमिश्नर संदीप कर्णिक ने आडगांव पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले के लिए SIT के गठन की घोषणा की और आदेश जारी किए। इसके बाद, शनिवार सुबह उपायुक्त मोनिका राउत, सहायक कमिश्नर शेखर देशमुख और अन्य अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने धोत्रे परिवार को निष्पक्ष जांच और SIT के गठन का आश्वासन दिया। इसके बाद, परिवार ने शव को स्वीकार कर लिया और नांदूर अमरधाम में तनावपूर्ण माहौल के बीच अंतिम संस्कार किया गया।
मामले में पहले ही सात संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है। निमसे और उसके गिरोह पर जानलेवा हमला, हत्या और अवैध रूप से भीड़ जमा करने का मामला दर्ज किया गया है। निमसे अभी फरार है और उसने जिला अदालत में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था, जिसमें उसे 3 दिन की अंतरिम जमानत मिली थी लेकिन राहुल की मौत के बाद निमसे की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
पुलिस उपायुक्त मोनिका राउत ने बताया कि पूर्व नगरसेवक और भाजपा पदाधिकारी उद्धव निमसे और उसके फरार साथियों को गिरफ्तार करने के लिए शहर पुलिस की 5 टीमें लगाई गई हैं। एक टीम दूसरे राज्य में भी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही निमसे और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले की जांच अब सहायक निरीक्षक निखिल बोंडे से हटाकर अंबड डिवीजन के सहायक कमिश्नर शेखर देशमुख को सौंप दी गई है। यह भी माना जा रहा है कि पुलिस कमिश्नरेट निमसे गुट पर एट्रोसिटी और मकोका (MCOCA) लगाने पर भी विचार कर रही है।
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SIT इस बात की जांच करेगी कि राहुल पर हमला क्यों और कैसे हुआ। उद्धव निमसे की इस मामले में क्या भूमिका है, इसका भी खुलासा जल्द ही होगा। अपराध शाखा के सहायक कमिश्नर संदीप मिटके उन अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की जांच करेंगे जिन्होंने मामले की जांच में लापरवाही बरती। मृतक राहुल के भाई आकाश और अन्य गवाहों को आवश्यक पुलिस सुरक्षा दी जाएगी।