
दावोस समझौते पर बोले नाना पटोले (सौजन्य-एक्स)
मुंबई: महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की यात्राओं के दौरान हस्ताक्षरित सहमति पत्रों से प्राप्त निवेश और उत्पन्न नौकरियों पर एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिए।
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस के अनुसार 61 सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए गए, जिनसे 15.70 लाख करोड़ रुपए का निवेश होगा और 15.95 लाख नौकरियां पैदा होने की संभावना है। महाराष्ट्र में महत्वपूर्ण निवेश का स्वागत है, लेकिन जनता को इन समझौतों की बारीकियों और उनके पीछे की वास्तविकता जानने का अधिकार है।
पहले भी इसी तरह की बड़ी घोषणाएं की गई हैं। महायुति सरकार को दावोस में पिछले समझौतों से निवेश और रोजगार सृजन पर एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। पटोले ने कहा कि इस बार दावोस में महाराष्ट्र सरकार के साथ जिन 61 कंपनियों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, उनमें से 51 भारत में स्थित हैं, जिनमें से 43 मुंबई और पुणे की हैं, जबकि केवल 10 विदेशी हैं।
नाना पटोले ने आरोप लगाया कि इनमें सिडको और ‘बुक माय शो’ के बीच 1,500 करोड़ रुपए का समझौता भी शामिल है, जबकि मुंबई पुलिस संगीत बैंड कोल्डप्ले कार्यक्रमों के टिकटों की कालाबाजारी के लिए ‘बुक माई शो’ की जांच कर रही है।
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इस पर भाजपा विधायक प्रवीण दरेकर ने कहा, “मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कुशल नेतृत्व में दावोस में रिकॉर्ड तोड़ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने के बाद कांग्रेस का परेशान होना स्वाभाविक है। अगर कोई और वह काम कर रहा है जो कांग्रेस जीवन में नहीं कर पाई तो उसकी प्रशंसा की जानी चाहिए, दावोस में केवल 6 राज्यों को भाग लेने की अनुमति दी गई थी और उनमें महाराष्ट्र सबसे प्रमुख था।”
उन्होंने आगे कहा, “जब महाराष्ट्र के हित की बात हो रही हो तो कांग्रेस को महाराष्ट्र विरोधी रुख नहीं अपनाना चाहिए। अन्यथा, उन्हें पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के सामने आई स्थिति से भी बदतर स्थिति का सामना करना पड़ेगा। नाना पटोले का आरोप प्रदेश अध्यक्ष पद बचाने का बचकाना प्रयास है।”






