नागपुर पहुंचे एमपी डीसीएम राजेंद्र शुक्ला (सौजन्य-नवभारत)
MP DCM Rajendra Shukla: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा सहित अन्य जिलों में कफ सिरप के सेवन के बाद तबीयत गंभीर होने और नागपुर में इलाज के दौरान 15 बच्चों की मौत के बाद मंगलवार को वहां के उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला सिटी पहुंचे। मेडिकल, एम्स सहित अन्य प्राइवेट अस्पतालों में जाकर बच्चों की सेहत जानी और परिजनों से मिले।
उन्होंने इलाज के लिए परिजनों की हरसंभव मदद करने और समूचे प्रकरण में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही। कफ सिरप में डायथिलीन ग्लाइकॉल जैसे घातक रसायन के उपयोग से बच्चों की जान जाने के मामले ने गंभीर रूप ले लिया है। इसी रसायन से तैयार सिरप के सेवन से नागपुर में अब तक 15 बच्चों की मौत हो चुकी है।
शुक्ला पहले मेडिकल पहुंचे। वहां अधिष्ठाता डॉ. राज गजभिये, बाल रोग विभाग प्रमुख डॉ. मनीष तिवारी से मिलकर जानकारी ली। पश्चात बाल रोग वार्ड में गये। उन्होंने परिजनों के इलाज के लिए जो भी आर्थिक मदद लगेगी, देने की तैयारी दिखाई। इसके बाद एम्स सहित अन्य प्राइवेट अस्पताल भी गये।
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने बताया कि मामला गंभीर होने के बाद दवाई कंपनी, डॉक्टर और संबंधित सभी लोगों की जांच की जाएगी। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। छिंदवाड़ा जिले में कफ सिरप की 600 बोतलों में से 443 जब्त की जा चुकी हैं। डॉक्टरों को निर्देश दिया गया है कि भर्ती बच्चों को हरसंभव उचित उपचार दिया जाए।
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उन्होंने कहा कि एक ही डॉक्टर का नाम सामने आ रहा है, इसलिए उसकी भी जांच होगी। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा यह स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किए गए हैं कि 4 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को लेबलयुक्त सिरप न दिया जाए। बच्चों की एक के बाद एक मौत की घटना बेहद दुखद है लेकिन सरकार अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेगी।