फुटाला (फाइल फोटो)
Nagpur Futala News: फुटाला तालाब को सिटी का सबसे बेहतरीन पर्यटन स्थल बनाने की संकल्पना कागजों तक ही सीमित रह गई है। विकास तो हुआ नहीं, अब बदहाली ही नजर आती है। बिगड़ती हालत को देखते हुए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की जांच के घेरे में महानगरपालिका आ गई है। एनजीटी की पुणे पीठ ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए नागपुर महानगरपालिका को नोटिस जारी कर 3 सितंबर तक विस्तृत जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह और विशेषज्ञ सदस्य डॉ. विजय कुलकर्णी ने की। शहरवासियों के लिए पसंदीदा मनोरंजन स्थल फुटाला तालाब उपेक्षा, रखरखाव की कमी और उचित सुविधाओं के अभाव के कारण अपना आकर्षण खो चुका है। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) की 18 जुलाई 2023 की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि निरीक्षण के दौरान तालाब और उसके आसपास भारी मात्रा में प्लास्टिक और अन्य कचरे के साथ पानी प्रदूषित पाया गया।
इसके बाद एमपीसीबी ने एनएमसी को एक पत्र भेजकर जवाब मांगा। हालांकि मनपा ने कथित तौर पर कोई जवाब नहीं दिया जिसके बाद एमपीसीबी ने मामला एनजीटी के समक्ष प्रस्तुत किया। न्यायाधिकरण ने पाया कि तालाब परिसर में लोगों के बैठने की उचित व्यवस्था सहित बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। मनपा के वकील एडवोकेट गिरीश कुंटे ने न्यायाधिकरण को विस्तृत जवाब देने के लिए और समय मांगा जो उन्हें दे दिया गया है। मामले की अगली सुनवाई 4 सितंबर को होगी।
यह भी पढ़ें – अब आरक्षण की चोरी! 174 आरक्षित इंजीनियरिंग सीटों की लूट, नागपुर-पुणे-मुंबई के ये कॉलेज लगा रहे चूना
नागपुर क्राइम ब्रांच की सामाजिक सुरक्षा शाखा ने न्यू कामठी थाना क्षेत्र में छापेमारी कर तीन पत्ती का जुआ खेलते 6 जुआरियों को दबोचा। पकड़े गए आरोपियों में ओल्ड कामठी निवासी रूपचंद मेश्राम (52), न्यू येरखेड़ा निवासी कमलेश फुलसुंगे (31), प्रवीण वाड़ीभस्मे (30), रोहित थोटे (28), धर्मेद्र सावरकर (36) और आनंदनगर निवासी मुन्नालाल खरोले (63) का समावेश है।
पुलिस को खबर मिली थी कि आलमनगर के एक मकान में कुछ लोग जुआ खेल रहे हैं। पुलिस ने छापा मारकर उपरोक्त 6 जुआरियों को हिरासत में लिया। उनसे 12,000 रुपये नकद, मोबाइल फोन और दोपहिया वाहन सहित 2 लाख रुपये का माल जब्त किया गया।