2 घंटे के भीतर जमानत पर रिहा। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से सोमवार दोपहर महल-गांधी गेट के सामने छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाने का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके बाद, औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र पर एक हरी चादर रखी गई और उसे जला दिया गया। इस घटना के कारण दंगे भड़क उठे। इस मामले में गणेशपेठ पुलिस ने मामला दर्ज किया था। बुधवार शाम चार बजे विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के आठ कार्यकर्ताओं ने कोतवाली पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। बुधवार को जब पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया तो कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से राहुल प्रमोद नारनवारे (आयोजक) ने महल स्थित गांधी गेट के सामने छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज को माला पहनाई। विश्व हिंदू परिषद ने इस आयोजन के लिए पुलिस से औपचारिक अनुमति प्राप्त कर ली थी।
#WATCH | Nagpur, Maharashtra | Eight workers of VHP and Bajrang Dal surrendered before Kotwali police. Police arrested them and produced them before the court.
Maharashtra police in Nagpur has registered FIRs against office-bearers of the Vishwa Hindu Parishad (VHP) and Bajrang… pic.twitter.com/1ifgl5T3io
— ANI (@ANI) March 19, 2025
हालांकि छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती कार्यक्रम के बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता गोविंद शेंडे, अमोल ठाकरे, डॉ. रामचंद्र दुबे, सुशील चौरसिया (सेवा प्रमुख), वृषभ अर्खेल (सह संयोजक), शुभम अर्खेल (सेवा प्रमुख), मुकेश बारापात्रे (मध्य नागपुर अध्यक्ष), कमल हरयानी (संयोजक), लखन कुरील (विदर्भ सह अध्यक्ष) ने औरंगजेब की तस्वीर बांधकर उसे जलाने का निर्णय लिया। इसके बाद उन्होंने औरंगजेब के लिए एक प्रतीकात्मक कब्र तैयार की, उसे हरे रंग की चादर से ढक दिया, जिसे मुस्लिम धर्म में पवित्र माना जाता है, और कब्र को जला दिया।
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यह सब सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया। शाम करीब 4 बजे माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी के शहर अध्यक्ष फहीम खान शमीम खान 40 से 50 युवकों की भीड़ को लेकर गणेशपेठ पुलिस थाने पहुंचे। वहां हरी चादर जलाकर धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला दर्ज किया गया और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। परिणामस्वरूप युवाओं ने अपना गुस्सा जाहिर किया और पुलिस थाने का घेराव करने की कोशिश की।
पुलिस ने शाम को इस मामले में मामला दर्ज कर लिया। हालांकि फहीम खान ने उन्हें हिरासत में नहीं लिए जाने पर नाराजगी जताई। शाम को अचानक दोनों गुट आमने-सामने आ गए और पथराव शुरू हो गया। इस मामले में पुलिस ने तीन थानों में छह मुकदमे दर्ज कर 1250 संदिग्ध आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बुधवार दोपहर विश्व हिंदू परिषद के 9 कार्यकर्ता कोतवाली थाने में पेश हुए। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अदालत ने दो घंटे के भीतर ही उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया।