Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • यूटिलिटी न्यूज़
  • फैक्ट चेक
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो

  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

त्रिदेवी ने खोला सरकार के खिलाफ दारूबंदी मोर्चा, विभिन्न संगठनों ने भी सरकार को घेरा

Liquor Ban Demand: नागपुर में शराबबंदी, बेरोजगार युवाओं के रोजगार, पुलिस कल्याण, आंबेडकर स्मारक निर्माण और शिक्षकों की टीईटी सख्ती सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर कई संगठनों ने मोर्चे निकाले।

  • By आंचल लोखंडे
Updated On: Dec 09, 2025 | 09:48 PM

त्रिदेवी ने खोला सरकार के खिलाफ दारूबंदी मोर्चा

Follow Us
Close
Follow Us:

Nagpur Protests: कहा जाता है कि यदि महिलाएं किसी संकल्प पर अडिग हो जाएं, तो उसे पूरा किए बिना शांत नहीं बैठतीं। इसी जिजीविषा के साथ धुले की गीतांजली कोली दो शराब-पीड़ित महिलाओं के साथ समूचे महाराष्ट्र में शराबबंदी की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। सेवाग्राम आश्रम से पदयात्रा करते हुए ये तीनों महिलाएं नागपुर पहुंचीं। मंगलवार को विभिन्न संगठनों द्वारा शहर में कई मोर्चे निकाले गए। किसी मोर्चे की संख्या हजारों में थी तो कुछ सैकड़ों में। तीन महिलाओं के इस छोटे से मोर्चे के लिए भी पुलिस ने पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया था। संख्या कम होने के बावजूद इनके उत्साह और संकल्प में कोई कमी नहीं दिखी। उद्देश्य स्पष्ट था।

राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाया जाए। गीतांजली ने बताया कि उनके पति को शराब की लत थी। वह छोटे व्यापार के जरिए घर चलाती हैं। जिन भी महिलाओं से वह मिलीं, उनकी अधिकांश समस्याओं की जड़ शराब ही थी। कई महिलाओं के पति शराबखोरी के कारण जान गंवा चुके हैं। इस वजह से उन्होंने शराब के खिलाफ अभियान शुरू किया और धुले के आसपास 350 गांवों में जनजागृति की।

रोज़गार का यही एक साधन…

उनके साथ मोर्चा निकाल रहीं उषा और लीलाबाई की कहानी भी मिलती-जुलती है। तीन महिलाएं ही मोर्चे में क्यों इस पर गीतांजली का कहना है कि ग्रामीण महिलाओं के पास रोज़गार का यही एक साधन है। वे रोज़ कमाकर घर चलाती हैं। मोर्चे में शामिल होने से उनकी आजीविका प्रभावित होती। सीमित संसाधनों के कारण अधिक महिलाओं को साथ लाना संभव नहीं था, लेकिन फिर भी उन्होंने सरकार का ध्यान आकर्षित करने का दृढ़ निश्चय किया है। तीनों महिलाओं के शिष्टमंडल ने मंत्री गणेश नाइक को निवेदन सौंपा। मंत्री ने इस मुद्दे पर मंत्रिमंडल में चर्चा कर सकारात्मक निर्णय का आश्वासन दिया।

अब चॉकलेट नहीं, रोजगार चाहिए

मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के तहत प्रशिक्षित होने के बावजूद बेरोजगार युवाओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा निकाला। हरीभाऊ राठोड़, अनूप चव्हाण और प्रकाश साबले ने मोर्चे का नेतृत्व किया। चव्हाण ने बताया कि योजना के तहत 1.75 लाख युवक-युवतियों ने सरकारी व निजी संस्थानों में 11 माह का प्रशिक्षण लिया, लेकिन प्रशिक्षण के बाद भी वे बेरोजगार हैं क्योंकि सरकार के पास स्थायी नियुक्ति की नीति नहीं है। युवाओं ने “अब चॉकलेट नहीं, रोजगार चाहिए” की मांग के समर्थन में चॉकलेट टोपी, चॉकलेट दुपट्टा और कपड़ों पर चॉकलेट लगाकर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया।

सेवानिवृत्ति के बाद भी पुलिस को मिले मुफ्त उपचार

पुलिस ब्वॉयज़ असोसिएशन के मोर्चे में मुफ्त चिकित्सा सुविधा बनाए रखने, 5,000 रुपये अतिरिक्त भत्ता देने, पुलिस भर्ती में बच्चों को 10% आरक्षण देने, लंबित डीजी लोन तुरंत जारी करने, शहीद पुलिस कर्मियों की विधवाओं की पेंशन में 10 वर्ष बाद 40% कटौती से जुड़े निर्णय को रद्द करने, अनुकंपा नियुक्ति नीति सुधारने जैसे मुद्दे उठाए गए। मोर्चे का नेतृत्व प्रमोद वाघमारे ने किया।

ये भी पढ़े: लंबित मांगों को लेकर पेंशनधारकों का दिल्ली में आंदोलन और युवक की हत्या पर ग्रामस्थों का आक्रोश

आंबेडकर पार्क निर्माण की मांग तेज

संविधान प्रचारक संघ द्वारा नारी रोड स्थित 130 एकड़ जमीन पर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर पार्क, अंबाझरी में 20 एकड़ में स्मारक, यशवंत स्टेडियम समीप जन्मशताब्दी स्मारक तथा कामठी रोड पर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल निर्माण की मांग को लेकर मोर्चा निकाला गया। मात्र 10 आंदोलनकारियों की संख्या के बावजूद उत्साह प्रबल था।

टीईटी सख्ती के खिलाफ शिक्षकों का हल्लाबोल

नागपुर जिला प्राथमिक शिक्षक समन्वय समिति ने टीईटी की कठोर शर्तों और लंबित मांगों के विरोध में विशाल मोर्चा निकाला। समिति ने चेतावनी दी कि मांगें पूरी न होने पर स्कूल बंद आंदोलन किया जाएगा। मोर्चे का नेतृत्व लीलाधर ठाकरे, राजकुमार वैद्य, धनराज बोड़े, तुषार अंजनकर, आशुतोष चौधरी व सुधाकर अडबाले ने किया। कई विधायकों ने भी समर्थन जताया। मुख्य मांगों में पुरानी पेंशन लागू करने, शिक्षक सेवक योजना रद्द करने, लंबित भर्ती शीघ्र शुरू करने और गैर-शैक्षणिक कार्य से मुक्त कराने जैसी मांगें हैं। शिष्टमंडल ने शिक्षण मंत्री दादा भूसे से मुलाकात की।

Nagpur protests liquor ban unemployment police benefits teacher demands

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Dec 09, 2025 | 09:48 PM

Topics:  

  • Maharashtra
  • Nagpur News
  • Protestors

सम्बंधित ख़बरें

1

एलओपी का लॉलीपॉप, सरकार ने लगाया झगड़ा, कथित नियम का हवाला देकर मंजूरी रोक रखी

2

लंबित मांगों को लेकर पेंशनधारकों का दिल्ली में आंदोलन और युवक की हत्या पर ग्रामस्थों का आक्रोश

3

शराब विक्रेताओं पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश, तहसीलदार गणेश माली ने दिखाई सख्ती

4

निम्न पेढी परियोजना के स्थलांतरण कार्य में तेजी, नागरिकों के स्थलांतरण प्रक्रिया को गति देने के जिला

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy Terms & Conditions Author
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.