नागपुर पुलिस की कड़ी नज़र (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तानी आतंकवादियों पर चलाए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पूरे देश में अलर्ट है। राज्य में भी हाईअलर्ट जारी किया गया है और पुलिस के सभी यूनिटों को हर वक्त चौकन्ना रहने का आदेश दिया गया है। राज्य की मुख्य सचिव सुजाता सौनिक ने इस संबंध में सभी शहरों के पुलिस कमिश्नर, जिले के अधीक्षक और जिला अधिकारियों को किसी भी प्रकार की अनुचित घटना न हो इसका ध्यान रखने के साथ ही संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया है।
सौनिक ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी अधिकारियों से संवाद साधा। संवेदनशील इलाकों के साथ ही भीड़भाड़ वाली जगहों पर पुलिस को अधिक सतर्क रहने को कहा गया है। भले ही बुधवार को देशभर के शहरों में हुए मॉकड्रिल की सूची में नागपुर का नाम शामिल नहीं था।
मॉक ड्रिल की सूची में नागपुर शहर का नाम नहीं था लेकिन अधिकारियों ने किसी भी आपदा की स्थिति के लिए अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। शहर में एसडीआरएफ के 200 कर्मचारी कार्यरत हैं। वहीं एनडीआरएफ के 30 कर्मचारी हैं। इसके अलावा प्रशासकीय स्तर पर ट्रेनिंग देकर 500 से ज्यादा आपदा मित्रों को तैयार किया गया है। इन सभी को भी अलर्ट रहने की हिदायत दी गई है। क्योंकि शहर हमेशा से आतंकियों की हिट लिस्ट में रहा है।
संघ मुख्यालय पर फिदाइन हमला हो या महल में पाइप बम। इसके पहले आतंकी संघ बिल्डिंग और हेडगेवार स्मृति मंदिर की रेकी भी कर चुके हैं। ऐसे में इन दोनों ही जगहों पर मुस्तैदी बढ़ा दी गई है। इसके अलावा रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी गश्त बढ़ाई गई है। सभी जगहों पर 24 घंटे गश्त करने का निर्देश स्थानीय अधिकारियों को दिया गया है।
तहसील, नंदनवन, पांचपावली, गिट्टीखदान, यशोधरानगर, जरीपटका और कामठी में भी बीट मार्शल को पूरी सतर्कता के साथ निगरानी रखने का आदेश है। मॉल और बाजारों में पुलिस सादी पोशाक में गश्त करेगी। इसके साथ ही साइबर पुलिस की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम को भी हर एक पोस्ट पर नजर रखने को कहा गया। सोशल मीडिया के जरिए किसी भी प्रकार की अफवाह न फैले इसका ध्यान रखा जा रहा है।