पुलिस ने पकड़ा (सौजन्य-नवभारत)
Drugs Case: नागपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र में चर्चित अपराधी स्वीपर कॉलोनी, गंगाबाई घाट निवासी धीरज मलिक शहर का सबसे बड़ा ड्रग पेडलर बन गया है लेकिन मई महीने में क्राइम ब्रांच के यूनिट-4 ने उसे जाल बिछाकर पकड़ा। लगभग आधा किलो मेफेड्रान ड्रग्स (एमडी) भी जब्त किया गया। अब धीरज के जेल जाने के बाद उसकी पत्नी ने धंधा संभाल लिया और वह भी बड़े पैमाने पर ड्रग्स बेच रही थी।
डीसीपी निकेतन कदम ने बताया कि 3 दिन पहले कलमना पुलिस ने मिनी मातानगर परिसर में गश्त के दौरान दारोड़कर चौक निवासी अमित लज्जाराम शर्मा (44) और वसंतनगर, अजनी निवासी मुकेश निरंजन तराले (47) को 5.24 ग्राम एमडी के साथ पकड़ा था। उनकी कार भी पुलिस ने जब्त की थी। दूसरे दिन उनकी पुलिस हिरासत ली गई। जांच के दौरान उनकी फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंक के बारे में पूछताछ की गई।
अमित ने बताया कि उसे शिवाजीनगर, कोतवाली निवासी आयुष दीपक इंगोले (20) और शंकरनगर, वाठोड़ा निवासी मयूर प्रकाश ठवकर (21) ने ड्रग्स दिया था। दोनों पर निगरानी शुरू की गई। मंगलवार की रात आयुष को पकड़ने के लिए ट्रैप लगाया गया लेकिन वह नहीं मिला।
बुधवार की रात पुलिस को खबर मिली कि आयुष अपने परिजनों से मिलने घर आ रहा है। दोबारा पुलिस परिसर में जाल बिछाकर बैठ गई। आयुष घर पर तो आया लेकिन पुलिस आने की भनक लगते ही भागने लगा लेकिन परिसर में ही उसे दबोच लिया गया। घर की तलाशी लेने पर उसके पास 33 लाख रुपये का 219 ग्राम ड्रग्स बरामद हुआ। आयुष की निशानदेही पर मयूर को गिरफ्तार किया गया। पहले तो मयूर ने मुंह नहीं खोला।
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न्यायालय से 22 सितंबर तक कस्टडी लेने के बाद उसे बड़ा राज उगल दिया। उसने बताया कि अपराधी धीरज मलिक की पत्नी ड्रग्स सप्लाई करती है। पुलिस अब धीरज की पत्नी के पीछे लग गई है। धीरज लंबे समय से ड्रग्स के धंधे में सक्रिय है। उसके खिलाफ हत्या के भी मामले दर्ज हैं। धीरज के जेल जाने के बाद उसकी पत्नी ने धंधा संभाल लिया। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। इंस्पेक्टर प्रवीण काले, पीएसआई संतोषकुमार रामलोड, हेडकांस्टेबल रविकुमार शाहू, प्रदीप पवार, मंगेश लोही, संतोष पांडे, प्रफुल गाहोकर और अनिल जाधव ने यह कार्रवाई की।