किसानों को राहत नहीं (फाइल फोटो)
Maharashtra Government: नागपुर जिले में भारी वर्षा के कारण अब तक खेतों में हुए नुकसान का पंचनामा पूर्ण नहीं हो पाया है। सूत्र बताते हैं कि 7-7 दिन और लगेंगे। 10 दिनों बाद दिवाली है। 3 हेक्टेयर को ध्यान में रखते हुए पंचनामा कर मदद का प्रस्ताव तैयार करना है जिसके चलते कुछ जगहों पर नये सिरे से पंचनामा करना पड़ेगा। प्रस्ताव जाने के बाद ही मदद मिल पाएगी।
ऐसे में समझा जा रहा है कि किसानों की दिवाली काली ही रहने वाली है क्योंकि मदद राशि दिवाली के बाद ही मिल पाएगी। हालांकि सरकार ने दिवाली के पूर्व किसानों को मदद का आश्वासन दिया है। दूसरी ओर फसल की कटाई के बाद ही यह सुनिश्चित होगा की उत्पादन कितना हुआ है और तभी फसल बीमा की मदद मिल पाएगी। सोयाबीन की कटाई दिवाली के बाद होगी, तुअर तो नये वर्ष में निकलेगा। मतलब बीमा की रकम नये वर्ष में ही मिल पाएगी।
जिले में 76,681 किसानों ने फसल बीमा करवाया है। इसके लिए किसानों ने 5.21 करोड़ रुपये जमा किए जिसके लिए बीमित रकम 443.76 करोड़ रुपये है। सर्वाधिक 28,988 किसानों ने सोयाबीन के लिए फसल बीमा किया है। कपास के लिए 25,942, धान के लिए 14,097 और तुअर के लिए 7,391 किसानों ने बीमा करवाया है।
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सोयाबीन की फसल को येलो मोजेक कीट से नुकसान हुआ है जिसके चलते बहुत की कम उत्पादन होने का अनुमान है। इसके पूर्व येलो मोजेक से जब नुकसान हुआ था तब जिलाधिकारी ने सोयाबीन अधिसूचित कर 25 फीसदी तत्काल मदद देने का आदेश दिया था। इस बार भी उसी तर्ज पर आदेश जारी करने की जरूरत व्यक्त की जा रही है।