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नागपुर. जिला परिषद की शालाओं में लंबे अरसे बाद शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू की गई. राज्य के लगभग 2 लाख युवाओं ने भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लिया और पात्र भी हुए लेकिन जब पोस्टिंग की बारी आई तो अचानक उन्हें अपात्र बताकर प्रक्रिया से ही बाहर कर दिया गया. इस अजीबोगरीब तानाशाही से हजारों पात्र उम्मीदवारों की आशाओं पर पानी फिरता नजर आ रहा है.
पवित्र पोर्टल पर इसकी शिकायत किये जाने पर गोलमोल जवाब दिया जा रहा है और शिकायतों के संदर्भ में जल्द ही उत्तर दिए जाएंगे, इस तरह की सूचना दी जा रही है. नागपुर जिले के अनेक पात्र उम्मीदवारों ने बताया कि 12 फरवरी को पोस्टिंग के लिए प्रिफरेंस जनरेट करने की अंतिम तारीख है लेकिन पोर्टल में प्रिफरेंस जनरेट नहीं हो रहा है जिसके चलते उनकी भर्ती ही खतरे में आ गई है.
एक उम्मीदवार ने बताया कि 21 फरवरी, 2023 को भर्ती का नोटिफिकेशन व आवेदन फार्म भरने की तिथि थी. 1 मार्च को परीक्षा आयोजित की गई. 24 मार्च, 2023 को रिजल्ट घोषित किया गया. जो पात्र हुए उन्हें 12 सितंबर 2023 तक डॉक्यूमेन्ट्स अटैचमेंट का समय दिया गया. यह सारी प्रक्रिया ऑनलाइन की जानी थी. उम्मीदवारों ने सारी प्रक्रिया पूरी की. किस उम्मीदवार को किस जिले में पोस्टिंग चाहिए, इसके लिए 6 फरवरी, 2024 से प्रिफरेंस जनरेट करना शुरू किया गया जिसकी अंतिम तिथि 12 फरवरी को दोपहर 12 बजे तक है.
उम्मीदवार ने बताया कि वह इकोनॉमिक्स ग्रेजुएट है और पहले उसका प्रिफरेंस जनरेट हुआ. कक्षा 6 से 8 और 9वीं-10वीं के लिए यह अपेक्षित है. वह सीटेट-2 क्लीयर है और बीएड भी कम्पलीट है. उम्मीदवार ने बताया कि प्रिफरेंस जनरेट होने के बाद उसके मोबाइल पर अलर्ट आया कि रिजनरेट करें. जब रिजनरेट किया तो पहला प्रिफरेंस भी गायब हो गया.
पूरी भर्ती प्रक्रिया बिना किसी बाधा के हुई लेकिन अब यह सूचना डाली गई कि इस पद के लिए बीसीए, एमसीए, बी कॉम, बी एड, 1998 के बाद जन्म लिए उम्मीदवार और जिनका फार्म सर्टिफाइड नहीं है वे पात्र नहीं हैं. उम्मीदवारों ने इसे धोखा बताया. उनका कहना है कि आवेदन भरने के पहले ही यह स्पष्ट किया गया होता तो वे फार्म ही नहीं भर पाते. प्रिफरेंस भी जनरेट नहीं होता लेकिन जब पोस्टिंग की बारी आई तो पोर्टल के माध्यम से उनके साथ धोखा कर उनकी जिंदगी से खेला किया जा रहा है. 12 फरवरी तक अगर प्रिफरेंस रिजनरेट नहीं हुआ तो वे पोस्टिंग से वंचित रह जाएंगे. जिनका प्रिफरेंस जनरेट होगा उन्हें ही पोस्टिंग दी जाएगी. बीते 5 वर्षों से भर्ती की प्रतीक्षा कर रहे कॉमर्स, अर्थशास्त्र, समाज विज्ञान के हजारों पात्र उम्मीदवारों को षड्यंत्र कर भर्ती प्रक्रिया से बाहर करने का आरोप उम्मीदवार व उनके पालक लगा रहे हैं.
उम्मीदवारों ने आयुक्त कार्यालय तक पोर्टल की गड़बड़ी की सूचना देकर न्याय की मांग की है. अगर न्याय नहीं मिला तो उम्मीदवार अदालत की शरण में जाने को मजबूर होंगे. उम्मीदवारों ने यह भी जानकारी दी कि भर्ती की घोषणा के समय 30,000 पदभर्ती कही गई थी लेकिन परीक्षा आयोजन के चरण में इसे घटाकर 21,000 कर दिया गया. 9,000 पद पहले ही कम कर दिये गए.






