बाबू छेत्री हत्या (सौजन्य-नवभारत)
Nagpur News: बिग बी अमिताभ बच्चन के साथ झुंड फिल्म में दिखाई देने वाले कलाकार बाबू छेत्री को मंगलवार देर रात उसी के दोस्त ने मौत के घाट उतार दिया। बताया जाता है कि पैसे के लेन-देन को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था। नशे में दोनों के बीच फिर विवाद हुआ। आरोपी ने उसे पहले इलेक्ट्रिक वायर से बांध दिया। इसके बाद धारदार हथियार से सपासप कई वार करके मौत के घाट उतार दिया।
इस घटना से शहर में खलबली मच गई। लुंबिनीनगर, मेकोसाबाग निवासी प्रियांशु उर्फ बाबू रविसिंह छेत्री (21) फिल्म में काम मिलने के पहले भी चोरी की वारदातों में सक्रिय था। पिछले कुछ समय से वह चोरी और सेंधमारी की वारदातों में सक्रिय था। वह नारा निवासी ध्रुव शाहू (25) के साथ वारदातों को अंजाम देता था। चोरी के ही पैसों के लेन-देन को लेकर बाबू छेत्री का ध्रुव से विवाद हो गया।
कुछ दिन पहले दोनों के बीच मारपीट भी हुई थी। मंगलवार की रात 10.30 बजे ध्रुव उससे मिलने घर पर आया। दारू पीने के बहाने उसे साथ ले गया। नारा के ओम साईनगर 2 में स्थित निर्माणाधीन इमारत में दोनों ने साथ बैठकर शराब पी। गांजा के दम भी लगाए। दोनों गहरे नशे में थे। इस बीच फिर से पैसों की बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। ध्रुव ने वहां रखे इलेक्ट्रिक वायर से बाबू के हाथ बांध दिए। इसके बाद धारदार हथियार से बाबू पर कई वार किए और वहां से फरार हो गया।
रात 3 बजे अज्ञात व्यक्ति ने पुलिस कंट्रोल रूम को जानकारी दी कि घटनास्थल पर एक युवक जख्मी अवस्था में वायर से बंधा पड़ा हुआ है। सूचना मिलते ही जरीपटका पुलिस मौके पर पहुंची। बाबू को उपचार के लिए मेयो अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो ध्रुव का नाम सामने आया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। ध्रुव ने पैसों के विवाद के चलते बाबू की हत्या करने की जानकारी दी। उसे गुरुवार को न्यायालय में पेश कर कस्टडी ली जाएगी।
बाबू पहले से ही छोटी-मोटी चोरी की वारदातों में सक्रिय था। फिल्म निर्माता नागराज मंजुले ने वर्ष 2022 में नागपुर के स्लम सॉकर पर झुंड फिल्म बनाई। इस फिल्म की कास्टिंग के दौरान बाबू छेत्री उन्हें रेलवे ट्रैक के पास जुआ खेलते मिल गया। उन्हें इसी तरह के कैरेक्टर की जरूरत थी और बाबू को फिल्म में काम मिल गया।
फिल्म रिलीज होने के बाद उसे काफी फेम भी मिला लेकिन यह फेम केवल कुछ समय का था। फिल्म हिट हो जाने के बाद उसे और कोई काम नहीं मिला और वह फिर से आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय हो गया। उसे गांजा और शराब पीने की लत थी। अपनी अय्याशी के लिए वह आपराधिक वारदातों को अंजाम देता था।
यह भी पढ़ें – कॉन्फिडेंस ग्रुप पर आयकर का छापा, मुंबई से पहुंची टीम, नागपुर सहित कई स्थानों पर छानबीन
अगस्त, 2024 में गिट्टीखदान परिसर में लगातार सेंधमारी की वारदात हो रही थी। पुलिस ने 11 वारदातों को अंजाम देने वाली टोली को पकड़ा था जिसमें बाबू छेत्री भी शामिल था। इसके बाद भी वह चोरी के मामले में पकड़ा गया। फिल्म में उसका किरदार एक अपराधी का था। रियल लाइफ में भी वह अपराधी ही था।