प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
नागपुर: वनपरिक्षेत्र नागझिरा अभयारण्य अंतर्गत सह वन क्षेत्र नागझिरा संकुल, नियत क्षेत्र नागझिरा 1, कक्ष क्र. 96 के मंगेझरी रोड नागदेव पहाड़ी में एक नर बाघ घुस आया है जो परिक्षेत्र में अपनी पैठ जमाने के लिए एक के बाद एक बाघों को मार रहा है। रविवार को इस परिसर में वर्चस्व की लड़ाई में इस बाघ ने नर बाघ T-9 को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद सोमवार को T-4 नामक बाघिन का एक शावक मृत अवस्था में पड़ा मिला। उसके शरीर पर एक अन्य बाघ के नाखूनों के निशान पाये जाने से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि उसी बाघ ने इसे भी मार डाला। वन विभाग इसकी जांच में जुटा है।
जानकारी अनुसार T-9 बाघ की मौत के बाद इस मामले की जांच करने के लिए जयरामेगौड़ा आर, उप वन संरक्षक तथा क्षेत्र संचालक, नवेगांव नागझिरा व्याघ्र आरक्षित क्षेत्र, गोंदिया तथा राहुल गवई, उपसंचालक, नवेगांव नागझिरा व्याघ्र आरक्षित क्षेत्र साकोली के मार्गदर्शन में गठित नागझिरा वन परिक्षेत्र में क्षेत्रीय वन कर्मचारियों का दल क्षेत्र की जांच कर रहा था।
यह भी पढ़ें:– वन विभाग की गिरफ्त में आदमखोर बाघ, 2 लोगों व मवेशियों को बना चुका था शिकार
इस दौरान सोमवार की सुबह करीब 7.30 बजे कक्ष क्रमांक 99 नियत क्षेत्र नागझिरा-4 सह वन क्षेत्र नागझिरा संकुल में बिट रक्षक एके पटले की टीम को एक नर बाघ मृत अवस्था में पड़ा मिला। घटना की जानकारी वरिष्ठ वन अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलते ही अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।
राष्ट्रीय व्याघ्र संवर्धन प्राधिकरण के प्रमाणभूत कार्यपद्धति अनुसार गठित समिति द्वारा घटनास्थल परिसर व मृत बाघ की जांच की गई। पशु वैद्यकीय अधिकारियों की टीम द्वारा मृत बाघ का पोस्टमार्टम कर उसका विसरा सैंपल जांच के लिए लिया गया। जांच में पता चला है कि मृत बाघ नागझिरा वन परिक्षेत्र के T-4 बाघिन का अवयस्क 20 से 22 महीने का नर शावक है।
यह भी पढ़ें:– बदलापुर एनकाउंटर: CM शिंदे का विपक्ष को करारा जवाब, बोले- पहले की फांसी की मांग अब उठा रहे सवाल
वन अधिकारियों ने परिसर में लगे ट्रैप कैमरे की जांच की तो उसमे एक नया वयस्क नर बाघ उक्त परिसर में घूमता हुआ दिखाई दिया। इस नए नर बाघ के साथ हुई झड़प में T-9 नर बाघ व T-4 बाघिन के अवयस्क शावक की मौत होने का प्राथमिक तौर पर कयास लगाया जा रहा है। इस संदर्भ में आगे की जांच उपसंचालक, नवेगांव नागझिरा व्याघ्र आरक्षित क्षेत्र के मार्गदर्शन में वीएम भोसले, वन परिक्षेत्र अधिकारी नागझिरा वन्य जीव अभयारण्य द्वारा की जा रही है।