मुंबई पुलिस (pic credit; social media)
Shooting in Police Uniform: यूट्यूबर क्रियेटर और उनकी टीम ने पुलिस की वर्दी पहनकर सड़क पर वीडियो शूट करने की हद पार कर दी, जिसका उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ी। गोरेगांव (प.) में सुबह इलाके में गश्त कर रही पुलिस टीम ने देखा कि एक सफेद बोलेरो जीप, जिस पर महाराष्ट्र पुलिस का लोगो और ‘सद्रक्षणाय खलनिग्रागाय’ लिखा था, सड़क पर खड़ी थी। जीप के पास एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में खड़ा था और एक कैमरामैन वीडियो शूट कर रहा था।
पुलिस ने जैसे ही उनसे अनुमति के बारे में पूछा, तो महिला ने खुद को अंजलि, 25 वर्षीय यूट्यूब क्रियेटर बताया और कहा कि वे कंटेंट शूट कर रहे हैं। पुलिस वर्दी में व्यक्ति की पहचान 32 वर्षीय ऋषिकेश सक्सेना के रूप में हुई। पुलिस ने यह पता लगाया कि क्रियेटर और उनकी टीम ने किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं ली थी।
चारों संदिग्धों को बांगुर नगर पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उनके बयान दर्ज किए गए। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रवींद्र अकाड ने बताया कि इनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस जांच कर रही है कि उन्हें वर्दी और लोगो कहां से मिला।
पुलिस अधिकारियों ने चेताया कि कानून को नजरअंदाज करना और पुलिस का अधिकारधारी प्रतीक गलत तरीके से इस्तेमाल करना गंभीर अपराध है। इस घटना ने यूट्यूबर समुदाय और नागरिकों के बीच चेतावनी का संदेश भेजा है कि किसी भी शूट के लिए उचित अनुमति लेना अनिवार्य है।
यह मामला यह भी दर्शाता है कि सोशल मीडिया कंटेंट की बढ़ती लोकप्रियता के बीच जिम्मेदारी और कानूनी नियमों का पालन कितना अहम है। पुलिस ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को कानून के तहत कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।