पश्चिम रेलवे का टिकट माफिओं पर कार्रवाई (pic credit; social media)
WR Vigilance Action Against Ticket Mafia: मुंबई पश्चिम रेलवे ने एक बार फिर टिकट माफियाओं पर कड़ा शिकंजा कसा है। वित्तीय वर्ष 2024-2025 में रेलवे विजिलेंस टीम ने कुल 10 दलालों को पकड़ते हुए अवैध टिकट बिक्री और ब्लैक मार्केटिंग का पर्दाफाश किया। वहीं, चालू वर्ष 2025 (सितंबर तक) में 3 दलालों को गिरफ्तार किया गया है।
जांच में सामने आया कि वर्ष 2024-2025 में इन दलालों के पास से 156 लाइव टिकट बरामद किए गए, जिनकी कीमत 4,76,560 रुपये थी। वहीं 2025 में अब तक 152 टिकट जब्त किए गए, जिनकी कुल कीमत 2,81,340 रुपये रही। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि दलाल अब भी सक्रिय हैं, हालांकि उनकी संख्या और प्रभाव में गिरावट आई है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि गिरफ्तार 10 दलालों में से 2 आधिकारिक आईआरसीटीसी ई-टिकटिंग एजेंट निकले, जो अपने कार्यालय का दुरुपयोग कर ब्लैक मार्केट में टिकट बेच रहे थे।
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इसके अलावा, 2024-2025 में एक दलाल के पास से 20,99,710 रुपये नकद भी बरामद किए गए। पुराने रिकॉर्ड की बात करें तो अब तक 1,318 टिकटों की हेराफेरी सामने आई थी, जिनकी कुल कीमत 44,96,608 रुपये थी।
रेलवे विजिलेंस ने तकनीकी निगरानी और गुप्त सूचना के आधार पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। विभाग ने बताया कि साइबर ट्रैकिंग और फर्जी आईडी पहचान प्रणाली को और मजबूत किया जा रहा है, ताकि भविष्य में ऐसे रैकेट्स पर पूरी तरह लगाम लगाई जा सके।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ऐसे दलाल न केवल आम यात्रियों को ठगते हैं बल्कि सिस्टम की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाते हैं। विजिलेंस टीम लगातार ऐसे मामलों पर नजर बनाए हुए है और किसी भी सूचना पर तत्काल कार्रवाई करती है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, आगामी समय में टिकट ब्लैक मार्केट पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए तकनीकी और प्रशासनिक उपायों को और तेज किया जाएगा।