सरकार का करेंगे नरकासुर जैसा हाल, दिवाली पर उद्धव ने साधा निशाना (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Mumbai News: मुंबई महानगरपालिका सहित राज्य के अन्य निकाय चुनावों में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे के बीच मनोमिलन, मुलाकातों का दौर बढ़ गया है। उद्धव की पार्टी शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) तथा राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के युति की संभावना बढ़ने के साथ ही राज्य में सियासी हवा रुख भी बदलने लगा है। अब नेताओं पलायन महायुति से यूबीटी की ओर शुरू हो गया है। इसी पृष्ठभूमि में नासिक की पूर्व नगरसेविका संगीता गायकवाड सोमवार को पाला बदलकर बीजेपी से यूबीटी में चली गई हैं। इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने नरक चतुर्दशी का जिक्र करते हुए सरकार में बैठे विरोधियों को नरकासुर करार दिया।
उन्होंने कहा कि अब हम इनका हाल नरकासुर जैसा ही करेंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था। उन्होंने आगे कहा कि आज नरकासुर कौन है? यह आपको अलग से बताने की कोई जरूरत है, ऐसा मुझे नहीं लगता और आप ये भी जानते हैं कि नरकासुर का वध कैसे करना है? उन्होंने कहा कि संगीता और अन्य लोग नरकासुर का वध करने के लिए हमारे साथ आए हैं।
उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र योद्धाओं का राज्य है। हमारे साथ आईं संगीता और दूसरे लोगों से मैं सबके सामने पूछता हूं कि क्या आपको खोके वगैरह का लालच दिया गया है अथवा आपको डराया धमकाया गया है? क्योंकि लालच देकर लिए गए लोग निष्ठावान नहीं हो सकते हैं। इसकी बजाय मुझे निष्ठावान सैनिक पसंद हैं। उन्होंने आगे कहा कि मैं नासिक में पहले भी आ चुका हूं औप अगली बार आऊंगा तो भगवा लहराता नजर आना चाहिए।
उद्धव ने कहा कि वोट चुराकर सत्ता में काबिज हुए लोग अब तक यही सोचते थे कि उन्हें कोई पकड़ नहीं पाएगा, लेकिन हमने उन्हें पकड़ लिया है। इन वोट चोरों को तड़ीपार करने के लिए मराठी और गैर मराठी लोग एकजुट हो रहे हैं। क्योंकि कोई भी तानाशाही पसंद नहीं करता है। इस बीच उन्होंने कहा कि मतदाता सूचियों में व्याप्त गड़बड़ी और वोट चोरी पर मार्गदर्शन करने के लिए 25 अक्टूबर को मुंबई में उप-शाखा प्रमुखों की एक बैठक बुलाई जाएगी।
ये भी पढ़े: नासिक में ट्रेन की चपेट में आने से 2 लोगों की मौत, रेलवे ने ट्रेन गिरने की खबरों को किया खारिज
सांसद व यूबीटी प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि आज नरक चतुर्दशी है। नरकासुर का जन्म कहां हुआ था? गुवाहाटी में हुआ था। ये नरकासुर यहीं है और गुवाहाटी में पूजा करने जाते है। शिंदे गुट के विधायक जिस तरह गुवाहाटी जाकर पूजा करते हैं, इससे अस्पष्ट हो जाता कि नरकासुर का जन्म गुवाहाटी में हुआ था। गुवाहाटी में रेडों की बलि देकर बनी सरकार से हम क्या उम्मीद कर सकते हैं? उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों या प्रधानमंत्रियों से हम क्या उम्मीद कर सकते हैं जो विज्ञान की बजाय तकनीक, मंत्र और मशीनों में विश्वास करते हैं? पंडित नेहरू ने देश को विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ाया, लेकिन ये लोग देश को पीछे धकेल रहे हैं और लोगों को आस्था और अंधविश्वास में फंसाए हुए हैं। “यह सरकार 50 रेड़ो की बलि देकर सत्ता में आई है।