बीजेपी नेता केशव उपाध्याय (सौजन्य सोशल मीडिया)
BJP’s Chief Spokesperson Keshav Upadhyay: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई ने गुरूवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ‘‘वोट चोरी” का ‘‘बादशाह” बताया और कहा कि उन्हें चुनाव प्रक्रिया पर बार-बार ‘‘निराधार आरोप” लगाने के लिए भारत की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी को निराधार दावे करने की आदत हो गई है। उन्होंने कहा कि किसी को तो केवल आरोप लगाने के बजाय संविधान के दायरे में कानूनी लड़ाई लड़नी होगी। दिल्ली में गुरूवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर ‘‘वोट चोरों” और ‘‘लोकतंत्र की हत्या करने वालों” की रक्षा करने का आरोप लगाया और कर्नाटक विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि चुनाव से पहले कांग्रेस समर्थकों के वोट सुनियोजित रूप से हटाए जा रहे थे।
कांग्रेस नेता के आरोपों का जिक्र करते हुए उपाध्याय ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राहुल गांधी को बार-बार बेबुनियाद आरोप लगाने के लिए देश की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए। दरअसल, वह ख़ुद देश में ‘वोट चोरी के बादशाह’ हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘मैं जो कहने जा रहा हूं, वह अदालत में साबित हो चुका है। यह घटना कल कर्नाटक में हुई, उसी राज्य में जहां कांग्रेस सत्ता में है।
‘संविधान के दायरे में रहकर क़ानूनी लड़ाई लड़नी होगी’
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने मालुर विधानसभा क्षेत्र के चुनाव परिणाम को रद्द कर दिया, जहां 2023 में चुनाव हुए थे। यह मामला भाजपा उम्मीदवार ने आगे बढ़ाया और हम जीत गए। सिर्फ़ आरोपों से कुछ भी साबित नहीं होता। आपको संविधान के दायरे में रहकर क़ानूनी लड़ाई लड़नी होगी।” मालुर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार के वाई नंजेगौड़ा को 50,955 वोट मिले थे, जबकि भाजपा उम्मीदवार के एस मंजूनाथ गौड़ा को 50,707 वोट मिले थे। वह सिर्फ 248 वोटों के अंतर से जीते थे।
ये भी पढ़ें : PM मोदी को रिटायर हो जाना चाहिए? शरद पवार ने दिया जवाब, कही ऐसी बात की कांग्रेस को लग जाएगी मिर्ची
केशव उपाध्याय ने यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र में कई लोगों ने मतदाता पहचान पत्र प्राप्त करने के लिए अपने पते के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण के कराड स्थित आवास का उल्लेख किया था। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी चुनाव आयोग की विशेष पहल- विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का विरोध कर रहे हैं। अब समय आ गया है कि इसी तरह का अभियान चलाया जाए ताकि पता लगाया जा सके कि कांग्रेस नेताओं ने इस प्रक्रिया का दुरुपयोग कहां किया है।” उपाध्याय ने यह भी कहा, ‘‘मैं जानना चाहता हूं कि क्या शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे, राहुल गांधी से महाराष्ट्र में उनकी पार्टी (कांग्रेस) के नेताओं के आचरण के बारे में पूछेंगे।”