
सपा ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन (सौजन्यः सोशल मीडिया)
BMC Election: मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव अपने दम पर लड़ने की तैयारी कर रही कांग्रेस को समाजवादी पार्टी (सपा) ने बड़ा झटका दिया है। सपा ने मुंबई में 150 से अधिक उम्मीदवार उतारने की घोषणा के बाद अब अपने 21 उम्मीदवारों की पहली सूची भी जारी कर दी है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी पहले ही यह ऐलान कर चुके हैं कि सपा मुंबई के सभी वार्डों में मजबूती से चुनाव लड़ेगी। सपा के प्रमुख महासचिव मेराज सिद्दीकी ने बताया कि पार्टी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरेगी और जल्द ही उम्मीदवारों की अगली सूची भी घोषित की जाएगी।
एक अनुमान के मुताबिक मुंबई में 20 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम मतदाता हैं। मुंबई मनपा की 227 सीटों में से लगभग 45 सीटों पर मुस्लिम वोटरों का प्रभाव माना जाता है, जबकि करीब 30 सीटों पर हार-जीत का फैसला मुस्लिम मतों पर निर्भर करता है। उल्लेखनीय है कि 2017 के बीएमसी चुनाव में 31 मुस्लिम नगरसेवक चुने गए थे, जिनमें से छह समाजवादी पार्टी से थे।
वर्तमान चुनाव में कांग्रेस की रणनीति काफी हद तक मुस्लिम और प्रवासी उत्तर भारतीय मतदाताओं पर टिकी हुई है। पार्टी की चिंता यह है कि मुंबई के मुस्लिम मतदाताओं में लगभग 70 प्रतिशत से अधिक हिंदी भाषी हैं और इस वर्ग में सपा की मजबूत पकड़ मानी जाती है। सपा के अलग चुनाव लड़ने का खामियाजा कांग्रेस 2024 के विधानसभा चुनाव में भी भुगत चुकी है। वहीं हिंदी भाषी हिंदू मतदाता बड़े पैमाने पर भाजपा की ओर रुख कर चुके हैं। ऐसे में बीएमसी चुनाव में सपा के उम्मीदवार कांग्रेस के गणित को बिगाड़ सकते हैं।
सपा महासचिव मोहम्मद फारूक घोसी ने दावा किया कि पार्टी के 100 से अधिक उम्मीदवारों की सूची तैयार है और मुंबई मनपा चुनाव में उम्मीदवारों की संख्या 150 तक पहुंच सकती है। उन्होंने कहा कि वार्ड 96, 134, 136, 137, 138, 139 और 211 सहित करीब 30 सीटों पर सपा की जीत तय मानी जा रही है।
वहीं कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी राजनीतिक दलों को चुनाव लड़ने की स्वतंत्रता है। उन्होंने कहा कि एक तरफ राहुल गांधी हैं, जो सभी को साथ लेकर चलने की बात करते हैं, जबकि दूसरी ओर सांप्रदायिक ताकतें खड़ी हैं। ऐसे में जनता समझदार है और जानती है कि किसे वोट देना है।
ये भी पढ़े: चुनाव चिन्ह बना बाधा, पुणे में शरद और अजित पवार गुट का गठबंधन अटका






