जयंत पाटिल और शरद पवार (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: पहलगाम आतंकी हमले पर्यटकों की नृशंस हत्या की घटना के बाद देश में देश की जनता सरकार से उरी और पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की तर्ज पर एक बार फिर बड़े सर्जिकल स्ट्राइक की अपेक्षा रख रही है। लेकिन शुक्रवार को खबर शरद पवार की एनसीपी में सर्जिकल स्ट्राइक की सामने आई।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के भीतर असंतोष की खबरों के बीच, पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने प्रवक्ताओं के पैनल को भंग करके सभी को सकते में डाल दिया। विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (मविआ) के प्रमुख घटक दल एनसीपी-एसपी पार्टी का पक्ष मीडिया के समक्ष रखने के लिए 22 प्रवक्ता नियुक्त किए गए थे। लेकिन शुक्रवार को सभी 22 प्रवक्ताओं को एक पत्र पार्टी के महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष व विधायक जयंत पाटिल की ओर से भेजा गया।
जयंत पाटिल द्वारा भेजे गए पत्र में प्रवक्ताओं के पैनल को भंग किए जाने की सूचना दी गई है। लेकिन इस कदम का कोई कारण नहीं बताया गया है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि पार्टी इकाई का पुनर्गठन किए जाने की वजह से यह कदम उठाया गया होगा।
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में एनसीपी-एसपी पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक था। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में पार्टी को केवल 10 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था। ऐसा माना जा रहा है कि चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद से राज्य नेतृत्व के खिलाफ नाराजगी बढ़ने की अटकलें जोरों पर चल रही हैं। ऐसा भी दावा किया जा रहा है कि पार्टी के विधायक रोहित पवार और जयंत पाटिल के बीच शीत युद्ध चल रहा है। इसी बीच जयंत पाटिल के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल होने की भी चर्चा जोरो पर है। लेकिन कोई भी खुलकर कुछ कहने को तैयार नहीं है।