
सीएम फडणवीस ने साझा की मूर्तिकार राम सुतार से मुलाकात की तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया)
Ram Sutar State Honour Funeral: महाराष्ट्र भूषण से सम्मानित वरिष्ठ मूर्तिकार डॉ. राम सुतार का लंबी बीमारी के बाद बुधवार देर रात निधन हो गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अनुरोध पर, उत्तर प्रदेश सरकार ने उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ नोएडा में करने का फैसला लिया है।
दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ बनाने वाले मशहूर मूर्तिकार राम सुतार का लंबी बीमारी के बाद बुधवार देर रात निधन हो गया। उनके निधन की खबर आने के बाद, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तुरंत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की और अनुरोध किया कि वरिष्ठ मूर्तिकार महाराष्ट्र भूषण राम सुतार के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाए।
ज्येष्ठ शिल्पकार महाराष्ट्रभूषण श्री राम सुतार यांच्या पार्थिवावर शासकीय इतमामात अंत्यसंस्कार करण्यात यावेत, यासाठी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी केंद्रीय गृहमंत्री मा. अमितभाई शाह आणि उत्तरप्रदेशचे मुख्यमंत्री मा. योगी आदित्यनाथजी यांना दूरध्वनी करून विनंती केली होती. ती… https://t.co/HyTCgXjx1f — CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) December 18, 2025
मुख्यमंत्री फडणवीस के इस अनुरोध को उत्तर प्रदेश सरकार ने तुरंत स्वीकार कर लिया है। अब, मूर्तिकार राम सुतार के पार्थिव शरीर का राजकीय सम्मान के साथ नोएडा में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सीएम फडणवीस ने मूर्तिकार के बेटे अनिल सुतार को फोन कर अपनी संवेदनाएं जताईं और उन्हें सांत्वना दी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में, सीएम फडणवीस ने लिखा कि “वरिष्ठ मूर्तिकार महाराष्ट्र भूषण डॉ. राम सुतार के निधन की खबर बहुत दुखद है”। उन्होंने कहा कि रामभाऊ के निधन से दुनिया भर में मशहूर और जीती-जागती मूर्तियां बनाने वाले एक महान कलाकार का निधन हो गया है।
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फडणवीस ने सुतार की कला की विशेषता बताते हुए कहा कि बहुत ध्यान से की गई कारीगरी और उसमें जीवंतता उनकी कला की खास पहचान थी। मुख्यमंत्री ने उस क्षण को भी याद किया जब वे नई दिल्ली में उन्हें ‘महाराष्ट्र भूषण’ अवॉर्ड देने गए थे, और अवॉर्ड लेते समय जब सुतार ने ‘महाराष्ट्र माझा’ गाने की लाइनें सुनाईं, तो फडणवीस अभिभूत हो गए थे।
मुख्यमंत्री ने अपने पोस्ट में राम सुतार के विशाल योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि राम सुतार ने कई महत्वपूर्ण मूर्तियों को आकार दिया। इनमें सरदार वल्लभभाई पटेल की ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के अलावा अंडमान में वीर सावरकर की मूर्ति भी शामिल है। फडणवीस ने यह भी जानकारी दी कि संसद भवन परिसर में भी उनकी बनाई कई मूर्तियां हैं।
राम सुतार उम्र के इस पड़ाव पर भी राष्ट्र सेवा के कार्य में सक्रिय थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि 100 साल की उम्र में भी वे इंदु मिल में भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के स्मारक के काम में शामिल थे। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज, भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर, महात्मा ज्योतिबा और सावित्रीबाई फुले जैसे महान विश्व प्रसिद्ध लोगों और हमारे वारकरी संतों की मूर्तियों को भी आकार दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मूर्तियों के जरिए, उनकी कला सदियों तक हमारी यादों में रहेगी।






