
प्रशिक्षण कार्यशाला में मौजूद जिलाधिकारी वर्षा मीणा व अन्य अधिकारी (फोटो नवभारत)
Maharashtra Census Preparation: वर्ष 2027 में होने वाली राष्ट्रीय जनगणना की प्रशासनिक तैयारियां अब प्रारंभ हो चुकी हैं। इसी क्रम में कर्मचारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। महाराष्ट्र जनगणना संचालनालय तथा केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को नियोजन भवन अकोला में विशेष कार्यशाला आयोजित की गई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी वर्षा मीणा ने कहा कि जनगणना देश की सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जो न केवल जनसंख्या का सटीक आंकड़ा प्रस्तुत करती है, बल्कि विकास योजनाओं और नीतियों के निर्माण की आधारशिला भी होती है। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वे प्रक्रिया की प्रत्येक प्रावधान को ध्यानपूर्वक समझें और अद्ययावत साधनों का उपयोग कर विश्वसनीय जानकारी संकलित करें।
कार्यशाला के प्रथम चरण में तहसीलदार, नगर परिषद मुख्याधिकारी तथा मंडल अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान निवासी उप जिलाधिकारी विजय पाटिल, जनगणना संचालनालय के भगत और सालगांवकर उपस्थित रहे।
अकोला कलेक्टर वर्षा मीणा ने स्पष्ट किया कि इस बार जनगणना में अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन करते हुए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाएगा। जानकारी संकलन के लिए मोबाइल एप्लिकेशन का प्रयोग किया जाएगा, साथ ही संपूर्ण प्रक्रिया की निगरानी हेतु केंद्रीय पोर्टल उपलब्ध रहेगा। इससे न केवल आंकड़े अधिक सटीक होंगे, बल्कि उनकी गुणवत्ता भी सुनिश्चित होगी।
जनगणना संचालनालय के अधिकारी भगत ने बताया कि यह देश की पहली डिजिटल जनगणना होगी। इसमें एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से डेटा संकलित किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि जनगणना प्रक्रिया किसी भी प्रकार के अवरोध के बिना पूर्ण की जाएगी। प्रशिक्षण कार्यशाला ने राष्ट्रीय जनगणना 2027 की तैयारियों को ठोस दिशा प्रदान की और कर्मचारियों को आधुनिक तकनीक के प्रयोग से सटीक जानकारी संकलन का संकल्प दिलाया।
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बैठक में यह भी चर्चा हुई कि प्रशिक्षण प्राप्त कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र में जनगणना कार्य को सुचारु रूप से संपन्न करें। इसके लिए उन्हें तकनीकी साधनों का उपयोग करने की विस्तृत जानकारी दी गई। अधिकारियों ने कहा कि जनगणना केवल आंकड़े जुटाने की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग तक विकास योजनाओं को पहुंचाने का आधार है। इस कार्यशाला के माध्यम से कर्मचारियों को यह संदेश दिया गया कि वे जिम्मेदारी और सावधानी के साथ कार्य करें। सटीक और विश्वसनीय जानकारी ही देश की प्रगति का मार्ग प्रशस्त करती है।






