कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेस नेता (सोर्स: सोशल मीडिया)
August Revolution Day: भारत छोड़ो आंदोलन की 83वीं वर्षगांठ के अवसर पर मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में राजनीतिक नेताओं समेत विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर कांग्रेस की महाराष्ट्र ईकाई ने मुंबई में मार्च निकाला। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी के साथ गिरगांव चौपाटी पर लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और अगस्त क्रांति मैदान तक पैदल गए, जहां उन्होंने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि चुनाव आयोग को इस पर बयान देना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी घबराई हुई है और हम सिर्फ़ बयान देकर क्या कर सकते हैं? मैं आपसे भी अनुरोध करता हूँ कि आप जाकर चुनाव आयोग से पूछें कि उनका क्या कहना है। अंदर जाइए, जांच कीजिए और सच सामने लाइए।
अगस्त क्रांति दिवस पर कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि जैसे पहले ‘करो या मरो’ और ‘भारत छोड़ो’ के नारे लगे थे, वैसे ही यहां भी वोट चुराने वालों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। राहुल गांधी इस संघर्ष का नेतृत्व कर रहे हैं और हम तब तक लड़ते रहेंगे जब तक हमें मतदाता सूची और सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल जाते जो इस गड़बड़ी का पर्दाफाश कर सकें।
LIVE🔴| ऑगस्ट क्रांती दिन | लोकमान्य टिळक पुतळा,गिरगाव चौपाटी मुंबई 📍 https://t.co/7HMJx3kWou — Maharashtra Congress (@INCMaharashtra) August 9, 2025
बता दें कि महात्मा गांधी ने 9 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया। यह ब्रिटिश शासन को खत्म करने की दिशा में एक निर्णायक आह्वान था और देश के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। शरद पवार ने कहा कि इससे लोगों में असंतोष की लहर भड़क उठी, आंदोलन और तीव्र हो गया तथा स्वतंत्रता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में स्वतंत्रता आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा कि इसी दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा देकर भारतीयों से अंग्रेजों के खिलाफ बहादुरी से लड़ने का आह्वान किया था और अन्यायी ब्रिटिश शासन को भारत छोड़ने की कड़ी चेतावनी दी थी।
क्रांती दिन हा भारतीय स्वातंत्र्य चळवळीतील एक महत्त्वाचा टप्पा होता. याच दिवशी राष्ट्रपिता महात्मा गांधींनी ‘करेंगे या मरेंगे’ असा निर्धार व्यक्त करत भारतीयांना ब्रिटिशांविरुद्ध ताकदीने लढण्याचे आवाहन केले आणि अन्यायी इंग्रज सत्तेला ‘चले जाव’ असा निर्वाणीचा इशारा दिला. यामुळे… pic.twitter.com/qysSiMFddX — Sharad Pawar (@PawarSpeaks) August 9, 2025
शनिवार को एनसीपी नेता और मंत्री छगन भुजबल ने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। स्कूली बच्चों सहित विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग ऐतिहासिक मैदान पहुंचे जिसे पहले गोवालिया टैंक के नाम से जाना जाता था। इसी मैदान से आंदोलन शुरू हुआ था।
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उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि 1942 में आज ही के दिन महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का संदेश देते हुए अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन का आह्वान किया था। अगस्त क्रांति केवल स्वतंत्रता का आह्वान नहीं थी, बल्कि स्वतंत्रता के लिए सभी भारतीयों के सामूहिक संकल्प का दृढ़ निश्चय था।
अजित पवार ने कहा कि इस ऐतिहासिक दिवस पर, हम उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व दांव पर लगा दिया तथा त्याग, समर्पण और वीरता का परिचय दिया।
(एजेंसी इनपुट के साथ)