नवी मुंबई एयरपोर्ट विकास का गेम चेंजर (pic credit; social media)
Navi Mumbai Development Game Changer: नवी मुंबई का भविष्य अब आसमान छूने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शहर के विकास का ‘गेम चेंजर’ साबित हो रहा है। हवाई अड्डे के आसपास के इलाकों पनवेल, उल्वे, खारघर, तलोजा और द्रोणागिरी में रियल एस्टेट बाजार ने नई रफ्तार पकड़ ली है।
रियल एस्टेट विशेषज्ञों के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों में मकानों की कीमतों में 15 से 20 प्रतिशत तक उछाल आया है। फिलहाल पनवेल और न्यू पनवेल में मकानों की दरें 6,500 से 10,500 रुपये प्रति वर्ग फुट हैं, लेकिन एयरपोर्ट शुरू होने के बाद यही कीमत 12,000 से 15,000 रुपये तक पहुंच सकती है।
उल्वे में दो बीएचके फ्लैट फिलहाल 80 लाख से 1.5 करोड़ रुपये के बीच बिक रहे हैं और अनुमान है कि आने वाले दो-तीन सालों में इसमें कम से कम 20 प्रतिशत बढ़ोतरी होगी।
गोदरेज, हीरानंदानी, एलएंडटी रियलिटी, अधिराज और मैराथन जैसी बड़ी कंपनियों ने इस क्षेत्र में अपनी परियोजनाओं की शुरुआत कर दी है। को-वर्किंग स्पेस, कॉर्पोरेट ऑफिस और ब्रांडेड होटलों की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले पांच सालों में नवी मुंबई का यह इलाका ‘नया बीकेसी’ बन सकता है।
हालांकि, विकास की इस दौड़ में चुनौतियां भी कम नहीं हैं। बढ़ती आबादी और निवेश से जल आपूर्ति, यातायात और पर्यावरण पर दबाव बढ़ सकता है। मैंग्रोव के आसपास निर्माण गतिविधियां पर्यावरणीय संतुलन के लिए खतरा बन सकती हैं। साथ ही, संपत्ति की बढ़ती कीमतें मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए घर का सपना और मुश्किल बना रही हैं।
नवी मुंबई एयरपोर्ट के पहले चरण में हर साल 2 करोड़ यात्रियों की क्षमता होगी, जिसे 2030 तक बढ़ाकर 9 करोड़ तक किया जाएगा। इसके चलते रोजगार के हजारों अवसर और बिजनेस के नए रास्ते खुलेंगे।
विशेषज्ञों का कहना है “नया एयरपोर्ट सिर्फ उड़ान भरने का नहीं, बल्कि पूरे नवी मुंबई को नई ऊंचाई देने का प्रतीक है।” यह विकास टिकाऊ और योजनाबद्ध रहा तो नवी मुंबई आने वाले दशक में देश के सबसे आधुनिक शहरी क्षेत्रों में शुमार होगा।